तेलंगाना में रेवंत रेड्डी ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, सोनिया और राहुल रहे मौजूद

गुरुवार, 7 दिसंबर 2023 (20:31 IST)
Revanth Reddy took oath as Chief Minister : कांग्रेस विधायक दल के नेता ए. रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को यहां एक समारोह में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस दौरान सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे सहित कांग्रेस के शीर्ष नेता मौजूद थे।
 
राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने यहां एलबी स्टेडियम में रेवंत रेड्डी और मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। रेवंत रेड्डी के अलावा, मल्लू बी. विक्रमार्क (उपमुख्यमंत्री), एन. उत्तम कुमार रेड्डी, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, सी. दामोदर राजनरसिम्हा, डी. श्रीधर बाबू, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, पोन्नम प्रभाकर, कोंडा सुरेखा, डी. अनसूया (सीथक्का के नाम से मशहूर), तुम्मला नागेश्वर राव और जुपल्ली कृष्णा राव ने मंत्री पद की शपथ ली।
 
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत पार्टी नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू यहां एलबी स्टेडियम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
 
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद रेवंत रेड्डी ने दो फाइल पर हस्ताक्षर किए। उनमें से एक कांग्रेस की छह चुनावी ‘गारंटी’ के कार्यान्वयन से संबंधित है और दूसरी फाइल रेवंत रेड्डी द्वारा अतीत में किए गए वादे के अनुसार एक दिव्यांग महिला को नौकरी प्रदान करने से जुड़ी है। कार्यक्रम के दौरान रेवंत रेड्डी ने अपनी पत्नी के साथ सोनिया गांधी का आशीर्वाद लिया। मंत्री पद की शपथ लेने के बाद, सोनिया ने सीथक्का और सुरेखा को गले लगाया।
 
सभा को संबोधित करते हुए, रेवंत रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय-सह-आधिकारिक आवास ‘प्रगति भवन’ के चारों ओर बैरिकेड और लोहे की बाड़ को हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का कैंप कार्यालय-सह-आधिकारिक आवास अब से सभी के लिए सुलभ होगा।
 
‘प्रगति भवन’ का नाम बदलकर ‘ज्योतिराव फुले प्रजा भवन’ करते हुए उन्होंने कहा कि आठ दिसंबर को पूर्वाह्न 10 बजे ‘प्रजा दरबार’ आयोजित किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों के दौरान लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाया गया, जबकि कांग्रेस ने स्वतंत्रता, सामाजिक न्याय और समान विकास सुनिश्चित करने के लिए तेलंगाना का गठन किया था।
 
उन्होंने कहा कि ‘इंदिरम्मा राज्यम’ (पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का कल्याणकारी शासन) तेलंगाना के लोगों के लिए स्वतंत्रता, सामाजिक न्याय और विकास की शुरुआत करता है। रेड्डी ने यह भी कहा कि राज्य का विकास दुनिया के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा और सरकार लोगों के लिए ‘सेवक’ की तरह काम करेगी, न कि शासक की तरह।
 
रेड्डी ने यह भी आश्वासन दिया कि वह पिछले 10 वर्षों में कड़ी मेहनत करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं का ध्यान रखेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार छात्रों और बेरोजगार युवाओं के साथ उन लोगों के परिवारों के साथ न्याय करेगी, जिन्होंने तेलंगाना राज्य के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।
 
उन्होंने उपस्थित लोगों से तेलंगाना के जनता की ओर से, अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों, वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं, सांसदों और इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले ‘इंडिया’ गठबंधन के दलों के प्रतिनिधियों को धन्यवाद देने का आग्रह किया। इससे पहले, सोनिया गांधी और रेवंत रेड्डी फूलों से विशेष रूप से सजाए गए एक खुले वाहन में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।
 
इस बीच, अधिकारियों ने यहां बेगमपेट में सीएम के कैंप कार्यालय-सह-आधिकारिक आवास के सामने बाड़ लगाने के लिए लगाए गए लोहे के ढांचे को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) नेतृत्व ने दो दिन पहले रेवंत रेड्डी को कांग्रेस विधायक दल का नेता नामित किया था। राज्य की 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनावों में कांग्रेस ने 64 सीटें जीतकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) से सत्ता छीन ली। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

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