सब्जार भट के एनकाउंटर की कहानी...

शनिवार, 27 मई 2017 (17:30 IST)
कश्मीर के त्राल इलाके में शुक्रवार को मारा गया हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर सब्जार अहमद भट पिछले कुछ दिनों से खुफिया एजेंसियों सूत्रों के रडार पर था। सब्जार को बुरहान वानी की मौत के बाद हिज्बुल मुजाहिदीन का कमांडर बनाया गया था। बताया जाताहै कि भट्‍ट 19 और 20 मई को उसे श्रीनगर में देखा गया था। 
 
सब्जार हुर्रियत नेताओं से संबंध सामान्य करना चाहता था, जो कि मूसा द्वारा हत्या की धमकी दिए जाने के बाद से नाराज चल रहे थे। सा कश्मीर के आंदोलन को धार्मिक की बजाय अलगाववादी और राजनीतिक कहे जाने से नाराज था। दरअसल, त्राल ऑपरेशन विशेष खुफिया जानकारी मिलने के बाद ही किया गया था। ऑपरेशन शुक्रवार की रात को शुरू हुआ था और 8.15 बजे सुबह उग्रवादियों से सम्पर्क स्थापित किया गया था। अंत में सेना की कार्रवाई में पैरा कमांडोज भी शामिल हो गए जिन्होंने अंत में भट्‍ट समेत दो आतंकवादियों समेत मार गिराया।
 
जो दूसरा आतंकी मारा गया, उसकी पहचान फैजान मुजफ्फर भट के तौर पर की गई और वह त्राल का ही रहने वाला था। इसी वर्ष आतंकवादी गुट में शामिल होने से पहले वह कक्षा 10 में पढ़ रहा था। कश्मीर में मारे जाने वाले आतंकवादियों में सब्जार हाई प्रोफाइल आतंकवादी था।  एक जानकारी के मुताबिक घाटी में इस समय करीब 350 आतंकवादी सक्रिय हैं, जिनमें से 150 पाकिस्तान से आए हैं। 
 
कश्मीर में सीआरपीएफ के आईजी (ऑपरेशन्स) जुल्फिकार हसन ने बताया कि त्राल कश्मीर में अलगाववादियों का सबसे बड़ा अड्‍डा है। अब जबकि हिज्बुल कमांडर मारा गया है, हमने दक्षिणी कश्मीर में एक शून्य पैदा कर दिया है। इस बीच, सुरक्षा उपायों के तहत घाटी में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है। क्योंकि भट्‍ट की मौत की खबर आने पर अनंतनाग, बडगाम, गंदरबल और पुलवामा में लोगों की पुलिस से झड़पें शुरू हो गई थीं। इस दंगा फसाद में दर्जनों लोग घायल हो गए हैं। बताया जाता है कि सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से अब तक एक एके 47 राइफल, एक इंसास राइफल और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया है।

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