दुर्रानी ने कहा कि हमने इस मामले की सुनवाई के लिए न्यायिक तरीका अपनाने का फैसला किया है। वकीलों का एक समूह पाथरी का दौरा करेगा और अगले हफ्ते याचिका दायर करेगा। हमें इसकी परवाह नहीं कि पाथरी के लिए कोई सरकारी मदद मिलेगी या नहीं, लेकिन हमारी लड़ाई जारी रहेगी।