मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, हत्या के दोष में होशियारपुर निवासी सतविंदर कुमार और लुधियाना निवासी हरजीत सिंह का सिर कलम कर दिया गया था। दोनों भारतीय पंजाब के थे और वो वर्क परमिट पर वहां काम कर रहे थे।
रियाद में भारतीय दूतावास को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। दोनों को फांसी पर चढ़ाने से पहले भारतीय दूतावास को सूचना नहीं दी गई। दोनों मृतकों के परिवार को शायद उनके शव नहीं दिए जाए क्योंकि यह सऊदी के नियमों के खिलाफ है। बताया जा रहा है कि हरजीत और सतविंदर ने पैसों के विवाद में इमामुद्दीन की हत्या कर दी थी। तीनों ने यह पैसा लूट के जरिए जमा किया था।