दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ है और पराली जलाने की घटनाओं में भी कमी आई है। उन्होंने कहा कि इसलिए, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए क्रमिक कार्रवाई कार्ययोजना (जीआरएपी) के चरण-4 के तहत लागू पाबंदियां हटाने का फैसला किया गया है।
पिछले दो दिन में दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण में सुधार के बाद केंद्र के वायु गुणवत्ता आयोग ने रविवार को अधिकारियों को निर्देश दिया था कि गैर-बीएस 6 डीजल से चलने वाले हल्के मोटर वाहनों और ट्रकों के राजधानी में प्रवेश करने पर लगाये गए प्रतिबंध को हटाया जाए। जीआरएपी के अंतिम चरण के तहत यह प्रतिबंध लगाया गया था। आयोग ने बृहस्पतिवार को अपने आदेश में पाबंदियों की सिफारिश की थी।
तेज हवाओं ने दी राहत : मौसम विभाग ने विभाग ने बताया कि एनसीआर) के शहरों में रविवार की तुलना में सोमवार को वायु प्रदूषण के स्तर में अपेक्षाकृत कुछ कमी देखी गई। देर रात से चल रही तेज हवाओं के चलते प्रदूषक कणों के छंटने के कारण वायु प्रदूषण में सुधार हुआ है, हालांकि सोमवार सुबह भी एनसीआर में धुंध छाई रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के प्रदूषण मापक ऐप समीर के मुताबिक, सोमवार सुबह एनसीआर में सबसे अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) फरीदाबाद में 335 दर्ज किया गया। इसके बाद नोएडा का स्थान रहा, जहां एक्यूआई 333 दर्ज किया गया। गुरुग्राम में यह 320, गाजियाबाद में 316, ग्रेटर नोएडा में 310, मानेसर में 308 दर्ज किया गया।
रविवार को गुरुग्राम में एक्यूआई 372, फरीदाबाद में 371, गाजियाबाद में 366, ग्रेटर नोएडा में 349, नोएडा में 321, मानेसर 348 दर्ज किया गया था। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।