पुलिस के एक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान के मुताबिक, शुक्रवार को हुसिपी के जंगल में माओवादियों के साथ मुठभेड़ के बाद सुरक्षाकर्मियों को एक घायल माओवादी दर्द से कराहता मिला, जिसे उसके साथी छोड़कर चले गए थे।
इसमें कहा गया है कि जंगल में बारूदी सुरंगें बिछी हुई थीं, जिसके बीच सुरक्षाकर्मियों ने घायल माओवादी को अपने कंधे पर उठाया, पांच किलोमीटर तक चले और उसकी जान बचाने के लिए उसे अपने हाथी बुरु शिविर में ले आए। बयान के अनुसार, शिविर में चिकित्सा अधिकारियों ने घायल माओवादी को प्राथमिक उपचार दिया।