खेमका को इस बार अभिलेख, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभागों का प्रधान सचिव बनाया है। इससे पहले इसी साल करीब 8 महीने पहले मार्च में में ट्रांसफर किया गया था। तब उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का प्रमुख बनाया गया था। 27 साल के करियर में खेमका का 53 बार तबादला हो चुका है।
ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर कमेंट किया था। संभवत: यही उनका ताजा ट्रांसफर की वजह बना। इससे पहले खेमका ने लिखा था- विधायकों की खरीद फरोख्त, उन्हें बंधक बनाना सभी जनसेवा के लिए की जाती है। जनसेवा जैसा सुअवसर छोड़ा नहीं जाता, वंचित रहने से हृदय में पीड़ा जो होती है। होने दो, खूब द्वंद होने दो। साझेदारी में तो मिल-बांटकर जनसेवा की जाएगी।