Weather Updates: देश के पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक ठिठुरन जारी है। उत्तर भारत में अगले 3 से 4 दिनों तक कोहरा और शीतलहर (cold wave) की स्थिति बने रहने की संभावना है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक उत्तर भारत में अगले 3 से 4 दिनों तक घने कोहरे की स्थिति बनी रहेगी। दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) से लेकर उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत तक लोगों को अगले 4 दिनों तक शीतलहर से निजात मिलने की उम्मीद नहीं है।
मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब के लुधियाना में सबसे कम 3.1 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, हरियाणा के सोनीपत, झज्जर, नारनौल, जींद, रेवाड़ी सहित कई स्थानों पर शीतलहर का कहर जारी है। सुबह के समय ठंड और हवा में गलन ने कोहरे के साथ और मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
गुरुवार को उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री से 7 डिग्री सेल्सियम के बीच दर्ज किया गया, वहीं पंजाब, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तरप्रदेश के कई हिस्सों में घने कोहरे की वजह से उड़ानों और ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा।
रांची हवाई अड्डे पर 19 उड़ानें रद्द : घने कोहरे के कारण गुरुवार को यहां बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर 19 उड़ानें रद्द कर दी गईं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। किसी भी उड़ान के रवाना होने या सुरक्षित तरीके से उतरने के लिए 1,300 मीटर से ऊपर की दृश्यता की आवश्यकता होती है। एक मौसम अधिकारी ने बताया कि रांची में गुरुवार दोपहर 2 बजे तक दृश्यता 50 मीटर से 500 मीटर के बीच रही।
रांची हवाई अड्डा के निदेशक आरआर मौर्य ने बताया कि खराब मौसम के कारण आज दोपहर दो बजे तक 19 उड़ानों का आगमन और प्रस्थान रद्द कर दिया गया। हवाई अड्डा के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि यह उड़ान संचालकों की जिम्मेदारी है कि वे यात्रियों की समस्याओं से कैसे निपटते हैं। इस बीच पुलिस ने बताया कि हजारीबाग जिले में कोहरे के कारण दो अलग-अलग हादसों में दो लोगों की मौत गई।
मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की कमी के कारण मौसम में बदलाव दिखा : पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में दिसंबर में 80 प्रतिशत वर्षा की कमी दर्ज की गई और जनवरी अब तक लगभग शुष्क रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इसके लिए इस सर्दी के मौसम में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी को जिम्मेदार ठहराया है।
आईएमडी ने गुरुवार को कहा कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी 25 दिसंबर से क्षेत्र के मैदानी इलाकों में कोहरे की परत छाए रहने की वजह भी है। सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की मौसम प्रणाली भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होती है और उत्तर पश्चिम भारत में बेमौसम बारिश लाती है। लद्दाख के लेह में मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख सोनम लोटस ने कहा कि वर्षा की कमी से हिमालय क्षेत्र में मीठे पानी की उपलब्धता प्रभावित होने की संभावना है जिससे बागवानी और कृषि उत्पादन प्रभावित होगा।
कश्मीर के शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के डीन (कृषि) रायहाना हबीब कंठ ने कहा कि चिल्लईकलां अवधि (21 दिसंबर से 29 जनवरी) में बर्फबारी दक्षिण-पश्चिम मानसून शुरू होने से पहले क्षेत्र के लिए मीठे पानी का एकमात्र स्रोत है। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक सूखे के दौर ने क्षेत्र की नदियों और नालों में जलस्तर को कम कर दिया है।
आईएमडी के वैज्ञानिकों कृष्ण मिश्रा, नरेश कुमार और आरके जेनामणि द्वारा लिखित एक रिपोर्ट के अनुसार, 29 दिसंबर से उत्तरी मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से 5-8 डिग्री सेल्सियस नीचे है जबकि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 7-8 जनवरी को राहत मिली। 12 से 17 जनवरी तक क्षेत्र में कई मौसम केंद्रों पर न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।
मुरादाबाद यूपी का सबसे ठंडा स्थान : उत्तरप्रदेश के अनेक इलाके जबर्दस्त सर्दी की चपेट में हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान मुरादाबाद राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के अनेक हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप रहा तथा इस दौरान मुरादाबाद मंडल में रात का तापमान सामान्य से कम रहा। इसके अलावा बाकी मंडलों में रात का तापमान सामान्य रहा। राज्य की राजधानी लखनऊ और आसपास के इलाकों में अगले 24 घंटे के दौरान शीतलहर चलने की संभावना है।
कैसा रहेगा आज का मौसम? : स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार आज शनिवार को गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा और झारखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, दक्षिणी तमिलनाडु, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश संभव है।
चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के निचले स्तरों पर बना हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पश्चिमी उत्तरप्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर औसत स्तर से 1.5 किमी से 3.1 किमी ऊपर है। बांग्लादेश के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र 3.1 किलोमीटर तक फैला हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक से पूर्वी विदर्भ तक फैली हुई है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मालदीव क्षेत्र पर है।
इन राज्यों में कोल्ड डे : बिहार, पश्चिम उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों और हरियाणा में कुछ स्थानों पर कोल्ड डे (cold day)से लेकर गंभीर कोल्ड डे की स्थिति हो सकती है। उत्तराखंड, पश्चिम राजस्थान और उत्तरी मध्यप्रदेश में 1 या 2 स्थानों पर शीत दिवस से लेकर गंभीर शीत दिवस की स्थिति हो सकती है।
पंजाब के कई हिस्सों में शीतलहर से गंभीर शीतलहर की स्थिति हो सकती है और हरियाणा और पश्चिम उत्तरप्रदेश में 1 या 2 स्थानों पर शीतलहर की स्थिति हो सकती है। हरियाणा, पंजाब, पश्चिम राजस्थान और बिहार के कुछ हिस्सों में बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है। दिल्ली, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, झारखंड, ओडिशा और असम के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छा सकता है।