महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा पाथरी को साईंबाबा के जन्मस्थान बताने वाले बयान के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। ग्रामसभा ने शनिवार देर रात 12 बजे से शिर्डी शहर बंद कर दिया है। हालांकि बंद के दौरान साईंबाबा मंदिर खुला रहेगा और पूजा-पाठ रोजमर्रा तरह होगी। शिर्डी शहर बंद होने के बाद भी साईं बाबा के दर्शनों के लिए भक्तों का सैलाब बाबा के दर्शनों के लिए उमड़ा।
शिर्डी में पूजन सामग्री, होटल और खाने-पीने की दुकान बंद हैं। शिर्डी आने वाले श्रद्धालुओं के लिए संस्थान और भक्तों द्वारा चाय और नाश्ते की व्यवस्था की गई। शिर्डी बंद के बाद भी साईं भक्तों का उत्साह में कोई कमी नहीं आई है।
शिर्डी साईंबाबा संस्थान की ओर से बयान जारी किया गया है कि उनके द्वारा चलाए जाने वाले अस्पताल, भक्त निवास और प्रसादालय खुले रहेंगे। शिर्डी में साईंबाबा के दर्शनों के लिए देश-विदेश से लाखों की संख्या में पहुंचते हैं। छुट्टियों के दिनों में तो रोज आने वाले भक्तों की संख्या 1 लाख तक पहुंच जाती है।
दरअसल, शिर्डी के लोग उद्धव ठाकरे के उस बयान से नाराज हैं, जिसमें उन्होंने पाथरी को साईंबाबा का जन्मस्थान बताते हुए उसके विकास की बात कही थी।
उद्धव ठाकरे ने कहा था कि परभणी जिले के नजदीक पाथरी गांव में साईं बाबा के जन्म स्थान पर 100 करोड़ के विकास काम करवाएंगे। पाथरी गांव में इस प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा।
शिर्डी के लोगों का कहना है कि पाथरी के विकास के लिए जारी राशि से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री जन्मस्थान को स्थान को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। उद्धव ठाकरे को यह बयान वापस लेना होगा। (Photo courtesy: Twitter)