शिवसेना के निशाने पर आने से कुछ ही दिन पहले मोदी ने मुंबई में शिवाजी के एक बड़े स्मारक की आधारशिला रखी थी। शिवसेना ने प्रधानमंत्री द्वारा संबोधित जनसभा में भाजपा समर्थकों की ओर से ‘मोदी, मोदी’ के नारे लगाए जाने पर नाराजगी भी जाहिर की। इस सभा में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे भी मौजूद थे।
शिवसेना ने अपनी पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा, शिवाजी महाराज के विचारों के बारे में सबसे अद्भुत बात यह है कि वे स्वराज्य के दुश्मनों को देश का दुश्मन मानते थे। शिवाजी महाराज ने कभी औरंगजेब, अफजल खान और शाइस्ता खान को जन्मदिन की शुभकामनाएं नहीं दीं। (भाषा)