सिद्धू ने विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के प्रचार अभियान के लिए 13 सूत्री एजेंडा पेश करने के लिए मुलाकात का समय मांगा है। उन्होंने अपने पत्र में बेअदबी के मामले में न्याय, ड्रग्स, कृषि, बिजली, सरकार और बिजली कंपनियों के बीच हुए समझौतों को रद्द करने संबंधी मामले उठाए है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब में 2022 में विधानसभा चुनाव होने है। चुनाव मैदान में उतरने की जगह कांग्रेस आपसी कलह में उलझी दिखाई दे रही है। अमरिंदर सिंह के स्थान पर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपने के बाद भी सिद्धू पार्टी से खुश नजर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था। बहरहाल राहुल गांधी से मुलाकात के बाद शुक्रवार को उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था।