Smriti Irani targeted Rahul Gandhi: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने अमेठी में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyaya Yatra) में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के शामिल नहीं होने का दावा करते हुए कहा कि जिसे खुद सहारे की जरूरत है, वो दूसरों के लिए सहारा कैसे बन सकता है? उन्होंने राहुल को चुनौती दी कि वे अमेठी से चुनाव लड़कर दिखाएं।
अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के 4 दिन के दौरे पर आईं ईरानी ने बातचीत में राहुल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी आज अमेठी यात्रा लेकर पहुंचे हैं। उन्होंने अमेठी को सत्ता का केंद्र तो माना, मगर उसकी सेवा नहीं की। यही कारण है कि उनका स्वागत अमेठी की सूनी सड़कों ने किया है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी राहुल गांधी की यात्रा में हिस्सा नहीं लिया। यही वजह है कि कांग्रेस को सुलतानपुर और प्रतापगढ से कार्यकर्ता बुलाने पड़े। उन्होंने कहा कि जिसे खुद सहारे की जरूरत है, वह आखिर दूसरों का सहारा कैसे बन सकता है?
रामलला का निमंत्रण ठुकरा दिया : ईरानी ने कांग्रेस नेतृत्व द्वारा अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शिरकत करने से इंकार किए जाने को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने रामलला (अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम) का निमंत्रण ठुकरा दिया था। इससे अमेठी के नागरिक व्यथित हैं। यही कारण है कि आज जब राहुल गांधी अमेठी आए हैं तो यहां के लोगों का सहयोग उन्हें नहीं मिला है।
अमेठी में 6,552 करोड़ का निवेश हुआ : ईरानी ने दावा किया कि आजादी के बाद से 2014 तक अमेठी में मात्र 500 करोड़ का निवेश आया था लेकिन गुजरे 10 वर्षों में जिले में 6,552 करोड़ का निवेश हुआ है तथा 20,000 लोगों को नौकरियां भी मिली हैं। संयोग से ईरानी और राहुल आज अमेठी विधानसभा क्षेत्र में ही थे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार ईरानी ने लंबे अर्से तक अमेठी से सांसद रहे राहुल गांधी को पराजित किया था।
अमेठी के 4 दिन के दौरे पर आईं ईरानी ने भादर विकासखंड के टीकरमाफी और भादर जन संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया और एक ग्रामीण की शिकायत पर लेखपाल को धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी। टीकरमाफी में जनसुनवाई के दौरान स्मृति ईरानी ने जमीन पर अवैध कब्जे के एक मामले में लेखपाल सुधांशु श्रीवास्तव को कड़ी फटकार लगाई और लेखपाल से आधे घंटे के अंदर अवैध कब्जा हटाने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे धरने पर बैठ जाएंगी।(भाषा)