कश्मीर अभी चिल्लई-कलां की चपेट में है। यह 40 दिन की अवधि है, जिसमें कड़ाके की सर्दी पड़ती है और घाटी शीत लहर की चपेट में होती है तथा तापमान शून्य से कई डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है। ऐसी स्थिति में यहां के जलाशयों और पाइपलाइन में पानी जमने लगता है। वहीं इस अवधि में बर्फबारी की संभावना खास तौर पर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सर्वाधिक होती है। चिल्लई कलां 31 जनवरी को खत्म होगा। (भाषा)