मौसम विभाग के मुताबिक यदि 10 मई के बाद केरल में स्थापित 14 मौसम निगरानी केंद्रों में से 60 प्रतिशत में लगातार 2 दिन 2.5 मिलीमीटर या उससे अधिक की वर्षा लगातार 2 दिन तक दर्ज की जाती है, तो दूसरे दिन केरल में मानसून के प्रवेश की घोषणा की जा सकती है। यह मानसून आने के मुख्य मानदंडों में से एक है। (भाषा)