नई दिल्ली। 20 अक्टूबर से दक्षिण पश्चिम मानसून विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा के कई हिस्सों, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, पूरे मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों से वापस आ गया है और यह अगले 24 घंटों में पूरी तरह से विदा हो सकता है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी हिमपात हुआ है।
उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र तथा संबंधित चक्रवाती परिसंचरण के साथ समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से एक ट्रफ तमिलनाडु तट तक फैली हुई है।
एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उससे सटे केरल तट पर औसत समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी के बीच बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब और आसपास के इलाकों में देखा जा सकता है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं भारी बारिश के साथ मध्यम से भारी हिमपात हुआ। हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात हुआ और उत्तराखंड में हल्की बारिश और हिमपात हुआ।
दक्षिण तमिलनाडु और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई। तमिलनाडु, केरल लक्षद्वीप अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंतरिक तमिलनाडु, मराठवाड़ा और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हुई। तटीय आंध्रप्रदेश, तटीय कर्नाटक और दक्षिण कोंकण और गोवा में हल्की बारिश हुई।
अगले 24 घंटों की संभावित गतिविधि : अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालय में अगले 24 घंटों तक हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी जारी रह सकती है। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
तमिलनाडु और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। रायलसीमा, आंध्रप्रदेश के दक्षिणी तट, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, केरल, तटीय कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। कोंकण और गोवा में हल्की बारिश संभव है।