सूत्रों ने बताया कि उन्हें कुछ दिन पहले गुरुग्राम के एक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एसपीजी प्रधानमंत्री को निकटतम सशस्त्र सुरक्षा प्रदान करती है। पुलिस महानिदेशक के पद और वेतनमान में 31 मई 2024 तक अनुबंध के आधार पर एसपीजी के प्रमुख के रूप में सेवा देने के लिए नामित किए गए सिन्हा को मार्च 2016 में इसका प्रमुख नियुक्त किया गया था।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) संघ ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, एसपीजी के निदेशक अरुण कुमार सिन्हा (आईपीएस 1987 केरल) के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए हमारा मन काफी दुखी है। कर्तव्य के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और अनुकरणीय नेतृत्व हमेशा हमें प्रेरित करेगा।
सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा गया, हम उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। उनकी आत्मा को शाश्वत शांति मिले। सिन्हा ने पूर्व में अपने कैडर राज्य केरल और केंद्र में सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) में विभिन्न पदों पर कार्य किया था। एसपीजी की स्थापना 1985 में की गई थी। वर्तमान में इसमें लगभग तीन हजार कर्मी हैं।
उन्होंने कहा, सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से पुरस्कृत एसपीजी प्रमुख एवं केरल कैडर (1987) के आईपीएस अधिकारी अरुण कुमार सिन्हा के निधन पर हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। उनकी आत्मा को मुक्ति मिले। मुख्यमंत्री विजयन ने अपने शोक संदेश में कहा कि सिन्हा एक ऐसे अधिकारी थे जिन्होंने केरल पुलिस में रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों को उत्कृष्टता के साथ निभाया।
उनके अलावा, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी सतीसन ने भी दिवंगत एसपीजी निदेशक को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि सिन्हा एक कुशल अधिकारी थे, जिन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अनुकरणीय कदम उठाए। राज्य पुलिस ने भी सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया। फोटो सौजन्य : टि्वटर/एक्स
Edited By : Chetan Gour (भाषा)