अधिकारियों के मुताबिक, हालांकि प्रदर्शनकारी मौके पर डटे हुए हैं और उन्हें जिले के तोरबुंग इलाके में जाने की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं। मई की शुरुआत में मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद ये लोग तोरबुंग से विस्थापित हो गए थे।
उन्होंने कहा कि चुराचांदपुर से कुछ किलोमीटर दूर बिष्णुपुर जिले के फौगाकचाओ इखाई में 'कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटिग्रिटी' (सीओसीओएमआई) और उसकी महिला इकाई द्वारा बुधवार को सभी घाटी जिलों के लोगों से सेना के बैरिकेड को हटाने के आह्वान के मद्देनजर बिष्णुपुर, काकचिंग, थौबल, इंफाल वेस्ट और इंफाल ईस्ट में कर्फ्यू के समय में दी गई ढील समाप्त कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य, बिजली, पीएचईडी, पेट्रोल पंप, स्कूल/कॉलेज, नगर पालिका, मीडिया और अदालत जैसी आवश्यक सेवाओं से संबंधित व्यक्तियों तथा हवाई यात्रियों को कर्फ्यू के दौरान आवाजाही की छूट दी जाएगी।