वह यहां दिल्ली-आगरा राजमार्ग पर कोसीकलां कस्बे में स्थित स्थानीय आश्रम पर देशी-विदेशी भक्तजनों के साथ होली का पर्व मनाने के लिए आए थे। उन्होंने कल कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि राम मंदिर मसला शीघ्र सुलझा लिया जाएगा। इसके लिए वह देश के कोने-कोने में जाकर दोनों संबंधित समुदायों के बीच सौहार्द स्थापित करने के प्रयास जारी रखेंगे। सब कुछ सही दिशा में चल रहा है। लोग एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं। यह अच्छी बात है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं दोनों पक्षों के बीच समझौते के प्रयास में लगा हूं। सुलह-समझौते की कोशिशों को पूरे देश से समर्थन मिल रहा है। सभी पक्षों से बातचीत का क्रम बरकरार रखते हुए प्रयास आगे भी जारी रहेगा। उम्मीद है अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता जल्द खुल जाएगा।’
इससे पहले, प्रदेश सरकार में संस्कृति, धर्मार्थ कार्य, अल्पसंख्यक एवं वक्फ मामलों के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के साथ उन्होंने आधे घण्टे अकेले में मंत्रणा की जो मंदिर से सभी पक्षों के सहमति, सौहार्द बनाए रखने व मंदिर निर्माण की बाधाएं दूर करने पर केंद्रित रही।
उन्होंने बताया, ‘श्रीश्री ने इस कार्य के लिए अपेक्षित भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया है जिसके लिए प्रयास किए जाएंगे। यदि वह यहां ऐसा विद्यालय स्थापित करना चाहते हैं तो यह इस क्षेत्र के विकास की एक नई राह खोलने का माध्यम बन सकता है।’ (भाषा)