Tunnel canal project case : तेलंगाना के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने शनिवार को कहा कि श्रीशैलम सुरंग नहर परियोजना के निर्माणाधीन खंड की छत का एक हिस्सा ढह जाने से 8 व्यक्ति अंदर फंस गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उन्हें बचाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं एक अधिकारी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को फोन किया और सुरंग में फंसे कर्मियों को सुरक्षित निकालने पर चर्चा की। उन्होंने बचाव प्रयासों में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। सुरंग में फंसे लोगों में 2 इंजीनियर, 2 मशीन ऑपरेटर और 4 श्रमिक शामिल हैं।
नागरकुरनूल जिले में दुर्घटना स्थल पर बात करते हुए सिंचाई मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विशेषज्ञों की मदद ले रही है, जिनमें पिछले साल उत्तराखंड में हुई एक घटना (सिलक्यारा सुरंग हादसे) में फंसे श्रमिकों को बचाने वाले विशेषज्ञ भी शामिल हैं। उन्होंने भारतीय सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) से भी मदद मांगी है। सुरंग में फंसे लोगों में 2 इंजीनियर, 2 मशीन ऑपरेटर और 4 श्रमिक शामिल हैं।
सिंचाई मंत्री ने बताया कि श्रमिक सुरंग के 14 किलोमीटर भीतर फंसे हुए हैं। पानी का रिसाव धीरे-धीरे शुरू हुआ और बाद में बढ़ गया, जिससे श्रमिकों को बाहर आना पड़ा। उन्होंने बताया कि सुरंग के बाहर कुछ भूगर्भीय हलचल महसूस होने पर एक तेज आवाज भी सुनाई दी। उन्होंने बताया कि सुरंग में बोरिंग करने की मशीन के आगे काम कर रहे लोग वहीं फंस गए हैं।
मंत्री ने कहा, राज्य सरकार उन आठ लोगों की जान बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। हमने उत्तराखंड की घटना में लोगों को बचाने में शामिल रहे विशेषज्ञों से भी बात की है। रेड्डी ने बताया कि राज्य अग्निशमन सेवा और आपदा मोचन बल के कर्मियों को भी इस बचाव अभियान में शामिल होने के लिए तैयार रखा गया है। उन्होंने बताया कि भूगर्भीय हलचल के स्थिर होने के बाद बचाव कार्य शुरू करने की योजना है।
उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा, चूंकि यह (सुरंग के) 14 किलोमीटर अंदर हुआ है, इसलिए कुछ चुनौतियां पेश आएंगी। लेकिन हम बचाव प्रयासों की निगरानी के लिए देश के सर्वश्रेष्ठ सुरंग विशेषज्ञों को बुला रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या फंसे हुए लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाएगी, मंत्री ने अधिकारियों के हवाले से कहा कि वहां सांस लेने में कोई समस्या नहीं आएगी।
बचावकर्मी शनिवार रात तक घटनास्थल पर पहुंच जाएंगे। राज्य सरकार के स्वामित्व वाली कोयला खनन कंपनी सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) की 19 सदस्यीय टीम फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए बचाव अभियान में शामिल होने के वास्ते घटना स्थल के लिए रवाना हो गई है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार, एससीसीएल के पास ऐसी घटनाओं में लोगों को बचाने की विशेषज्ञता है और उसके पास आवश्यक उपकरण भी हैं। कंपनी की बचाव टीम का नेतृत्व महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी कर रहे हैं।
उत्तम कुमार रेड्डी और वरिष्ठ अधिकारी राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और उन्होंने अधिकारियों को फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए बचाव अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने दुर्घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों से कहा कि वे फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकालें। उन्होंने अधिकारियों से घायलों को उपचार उपलब्ध कराने को भी कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने की हादसे को लेकर मुख्यमंत्री रेड्डी से बात : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तेलंगाना की श्रीशैलम सुरंग नहर में फंसे लोगों को बचाने के उपायों पर राज्य के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। राज्य सरकार ने कहा है कि सुरंग के निर्माणाधीन खंड में छत का एक हिस्सा ढह जाने के कारण आठ लोग अंदर फंस गए हैं।
एक अधिकारी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को फोन किया और सुरंग में फंसे कर्मियों को सुरक्षित निकालने पर चर्चा की। उन्होंने बचाव प्रयासों में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। (इनपुट भाषा) फोटो सौजन्य : टि्वटर/एक्स
Edited By : Chetan Gour