आज का दिन बच्चों के लिए ब्लैक थर्सडे यानी काला गुरुवार साबित हुआ। मध्यप्रदेश के सीहोर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की सृष्टि की मौत हो गई। वहीं बिहार में ओवरब्रिज के पिलर में फंसे रजंन की भी मौत हो गई। इन दोनों बुरी खबरों के बाद उनके परिवार समेत सभी जगह मायूसी पसर गई।
बता दें कि गुरुवार को ही फ्रांस के एनेसी में अंधाधूध चाकूबाजी का दिल दहला देने वाली घटना भी हुई। यहां एक व्यक्ति ने तालाब के किनारे पार्क में खेल रहे बच्चों पर चाकू ने हमला कर दिया। इस घटना में 6 बच्चे समेत कुल 7 लोग घायल हो गए। बच्चों की उम्र 3 साल के करीब है। घायल हुए 3 बच्चों की स्थिति गंभीर है।
खत्म हो गई सृष्टि : इधर मध्यप्रद्रेश के सीहोर की सृष्टि 6 जून को बोरवेल में गिरी थी। खबर लगते ही प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था। बालिका को निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए गए। सेना का दल भी यहां पहुंचा। तीसरे दिन एनडीआरएफ की टीम ने आज दोपहर बाद उसे निकालने में सफलता प्राप्त की। बालिका को अस्पताल ले जाया गया, वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रशासन के हर सम्भव प्रयास के बाद एक नन्ही जान क़ो नहीं बचा सके। उसे 55 घंटों के बाद रोबोटिक तकनीक से बाहर निकाला गया था। बाद में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिस वक्त उसे निकाला गया, तब वो रिस्पोंस नहीं कर रही थी। आखिरकार बोरवेल में गिरने से उस नन्हीं जान की मौत हो गई।
रंजन ने तोड़ा दम : बिहार के खिरिआवं गांव के निवासी रंजन कुमार पिता शत्रुध्न प्रसाद उर्फ भोला पिछले दो दिन से लापता था। बच्चा मानसिक रूप से कमजोर था। परिजन लगातार इधर-उधर उसकी तलाश कर रहे थे। बाद में पता चला कि वो ओवर ब्रिज के एक पिलर में फंस गया है। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने रस्सी और सीढ़ी के सहारे बच्चे तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन वह असफल रहे। आखिर सोन नदी के ऊपर बने नसरीगंज-दाऊदनगर पुल के एक नंबर पिलर और स्लैब के बीच फंसे रंजन की मौत हो गई। उसे करीब 29 घंटे बाद रेस्क्यू किया गया था। इसके बाद उसे इलाज के लिए सासाराम के सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
क्या हुआ था फ्रांस में : फ्रांस में बच्चों पर हमला करने वाले के बारे में अब तक यह पता नहीं चल सका है कि आखिरी क्यों इस युवक ने बच्चों पर चाकू से हमला किया। पुलिस उससे पूछताछ कर इसके करणों का पता लगाने में जुटी है। फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने ट्विटर पर कहा, 'रैपिड एक्शन सुरक्षा फोर्स का शुक्रिया जिसने आरोपी को मौके पर ही दबोच लिया' फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ बोर्न के दफ्तर की तरफ से सूचना दी गई कि पीएम ने मौके का जायजा लिया है। संसद में भी एक मिनट का मौन रखा गया है।
Edited & written by navin rangiyal