15 जनवरी 2017 को राहुल गांधी के घर पर नवजोत सिंह सिद्धू भाजपा से कांग्रेस में आए थे। उनके साथ ही परगट सिंह भी कांग्रेस में आ गए। सिद्धू को कांग्रेस में लाने में अमरिंदर की बड़ी भूमिका थी। उन्होंने ही पूर्व क्रिकेटर को पंजाब सरकार में मंत्री भी बनाया। हालांकि कुछ दिनों बाद ही दोनों दिग्गजों में खटपट शुरू हो गई।
मई 2019 में सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया। नवजोत कौर ने आरोप लगाया था कि उन्हे कैप्टन की वजह से ही टिकट नहीं मिला। इस समय कैप्टन और सिद्धू में तकरार काफी बढ़ गई थी।
पंजाब कांग्रेस में अमरिंदर के खिलाफ माहौल बनाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले सिद्धू को जुलाई 2021 में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बना दिया गया। माना जा रहा है कि दोनों के तल्ख रिश्तों में इससे नरमी आएगी। बहरहाल ऐसा नहीं हो सका। सिद्धू के पदभार ग्रहण करते समय हुए समारोह में भी दोनों के बीच तल्खी नजर आई। इस समय कैप्टन के स्वर नरम थे तो सिद्धू काफी गुस्से में नजर आ रहे थे।