40 सांसद करना चाहते हैं लोकतंत्र की हत्या

मंगलवार, 11 अगस्त 2015 (12:46 IST)
नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के सदस्यों द्वारा आसन के सामने आकर पोस्टर दिखाने और नारेबाजी जारी रखने पर संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इनके खिलाफ कार्रवाई करने की आसन से मांग की जिस पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि 40 लोग मिलकर 440 से अधिक सदस्यों का हक नहीं मार सकते और ऐसा आचरण लोकतंत्र की हत्या है।

सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के कारण पांच बैठकों से निलंबित किए गए कांग्रेस के 25 सदस्यों के सोमवार को सदन में वापस आने के बाद फिर हंगामा शुरू करने पर नायडू और स्पीकर ने यह टिप्पणी की।

इससे पहले, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को हंगामा कर रहे सदस्यों की ओर इशारा करके नायडू से कुछ कहते देखा गया।

इसके तुरंत बाद नायडू ने स्पीकर से कहा, '20 लोग सदन को बंधक बनाकर नहीं रख सकते। आप इन्हें चेतावनी दीजिए, इनके खिलाफ कार्रवाई कीजिए... हर दिन तमाशा, अभद्र भाषा का प्रयोग, स्पीकर के चेहरे के आगे प्लेकार्ड दिखाना.. ये सब नहीं चलेगा।' इस पर स्पीकर ने कहा कि 40 लोग मिलकर सदन के 440 सदस्यों का अधिकार छीन रहे हैं। यह प्रजातंत्र नहीं उसकी हत्या है।

उन्होंने लोकसभा टीवी से कहा, 'जो लोग ये हंगामा कर रहे हैं , उन्हें जरूर दिखाइए , हिंदुस्तान देखे कि ये कैसा आचरण कर रहे हैं... कैसा गैर जिम्मेदाराना आचरण है आप लोगों का.. पूरा हिंदुस्तान देखे, जनता देखे..यह वास्तव में बहुत अच्छा रहेगा।'

शोरशराबे के बीच ही चल रहे शून्यकाल के दौरान अपना विषय उठाने से पहले बीजद के भृतुहरि मेहताब ने कहा, 'आज इस सदन में फांसीवाद का स्वरूप नजर आ रहा है। आपके (स्पीकर) संयम को चुनौती देने का प्रयास हो रहा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि आपका संयम बरकरार रहे।'

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