credit card news in hindi: अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके जानना आपके लिए जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (NCDRC) 2008 के फैसले पर रोक लगा दी है। इस फैसले से बैंक क्रेडिट कार्ड धारकों से ज्यादा लेट फीस वसूल सकेंगे।
शीर्ष अदालत के फैसले से बैंकों को क्रेडिट कार्ड ग्राहकों से ज्यादा ब्याज वसूलने की छूट मिल गई है। बताया जा रहा है कि कई बैंक अब ग्राहकों से 50 फीसदी तक सालाना ब्याज वसूल सकते हैं। बहरहाल क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय अब ग्राहकों को बिल चुकाने की अंतिम तारीख से पहले भुगतान करना होगा।
2008 में आयोग ने अंतिम तारीख तक पूरा बिल नहीं चुकाने वाले क्रेडिट कार्ड के ग्राहकों पर सालाना 30 फीसदी से ज्यादा ब्याज वसूली पर रोक लगा दी थी। उपभोक्ता आयोग ने माना था कि बैंकों और उपभोक्ताओं के बीच समझौता असमान स्थिति में होता है। क्रेडिट कार्ड के लिए उपभोक्ताओं के पास कोई मोलभाव की शक्ति नहीं होती, सिवाय इसके कि वे क्रेडिट कार्ड की सुविधा को अस्वीकार कर दें। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय रखें 5 सावधानियां :
अनावश्यक खरीदारी से बचें : क्रेडिट कार्ड से खरीदी करने से आपको भुगतान के लिए समय मिल जाता है। इसी वजह से आप कई बार वह वस्तुएं भी खरीद लेते हैं जिनकी आपको आवश्यकता कम पड़ती है। कई बार आप बजट से समझौता करते हुए महंगी वस्तुएं भी खरीद लेते हैं ऐसे में इसका बिल बढ़ जाता है और आप मिनिमम पेमेंट के चक्कर में उलझ जाते हैं। यह एक ऐसा मकड़जाल है जिससे आसानी से छुटकारा नहीं मिलता।
समय पर करें बिल का भुगतान : क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वालों को समय पर इसके बिल का भुगतान करना चाहिए। समय पर भुगतान नहीं करने की दशा पर कंपनियां भारी पेनल्टी लगाती है। जरा सी लापरवाही आपकी CIBIL report खराब कर सकती है। अगर आपका CIBIL खराब है तो आपको कोई भी अच्छी कंपनी Loan नहीं देती। अगर कोई कंपनी Loan देती भी है तो आपको इस पर ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ सकता है।
जरूरत से ज्यादा लिमिट : क्रेडिट कार्ड कंपनियां अकसर आपको लिमिट बढ़ाने के लिए कई तरह के लुभावने ऑफर्स देती है। लोग भी भावुकतावश बगैर सोच विचार करें लिमिट बढ़वा लेते हैं। ध्यान रखें कार्ड की लिमिट आपकी जेब के हिसाब की ही होनी चाहिए।
निवेश के लिए नहीं करें क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल : कई बार लोग ज्यादा रिटर्न के चक्कर में क्रेडिट कार्ड से उधार लेकर शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड निवेश कर देते हैं। इस स्थिति में अगर बाजार गिर गया तो निवेशक को बाजार में तो नुकसान होता ही है क्रेडिट कार्ड बिल के समय पर भुगतान का दबाव भी बढ़ जाता है।
क्रेडिट कार्ड से न करें मदद : मदद करना भारतीयों का स्वभाव है। कई बार हम अपनों की मदद के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं। कई लोग तो इसके लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना भी नहीं भूलते। क्रेडिट कार्ड भी एक तरह का उधार ही है। इससे किसी अन्य व्यक्ति की मदद करना आपको भारी पड़ सकता है। अत: इस तरह का जोखिमपूर्ण कार्य करने से बचें।