सुशील कुमार मोदी : प्रोफाइल

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री, सुशील कुमार मोदी बीजेपी से भारतीय राजनैतिज्ञ हैं। वह आरएसएस के आजीवन सदस्य है। 

 
सुशील मोदी 5 जनवरी 1952 को एक मारवाड़ी (वैश्य बनिया), जिसे भारतीय सरकार ओबीसी करार दिया है,परिवार में जन्में थे। उनकी माता का नाम रत्नादेवी था और उनके पिता का नाम मोती लाल मोदी था। सुशील मोदी पटना के बी एन कॉलेज से बीएससी ग्रेजूएट हैं।सुशील मोदी ने 1987 में जेसी जॉर्ज से शादी इंटरकास्ट और इंटररिलीजन शादी की। उनकी पत्नी मुंबई की हैं। 
  
1962 के चीन के साथ युद्ध के दौरान, सुशील मोदी ने स्कूल छात्रों को एकत्रित करने का काम बखूबी निभाया। नागरिकों और छात्रों की फिटनेस सुधारने और उन्हें परेड सिखाने के लिए सिविल डिफेंस ने उन्हें कमांडेंट के तौर पर नियुक्त किया था। इसी दौरान, सुशील मोदी आरएसएस से जुड़ गए। सुशील मोदी 1973 में पटना युनिवर्सिटी स्टूडेंड युनियन के जनरल सेक्रेटरी थे। जय प्रकाश नारायण द्वारा शुरू किए गए सामाजिक आंदोलन में भागीदारी करने हेतु, सुशील मोदी ने अपनी एमएससी की पढाई अधूरी छोड़ दी थी।
 
सुशील मोदी जय प्रकाश नारायण के आंदोलन के दौरान और इमरजेंसी के समय 5 बार गिरफ्तार किए गए। उन्होंने मिसा कानून के ऊपर सवाल उठाए थे और इसी दौरान सुप्रीम कोर्ट ने मिसा कानून के सेक्शन 9 को असंवैधानिक घोषित कर दिया। 
 
इमरजेंसी खत्म होने के बाद, सुशील मोदी को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्टेट सेक्रेटरी नियुक्त किया गया। 1977 से 1986 तक, सुशील मोदी स्टेट ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी, ऑल इंडिया सेक्रेटरी, इन-चार्ज ऑफ यूपी एंड बिहार और विद्यार्थी परिषद के ऑफ इंडिया जनरल सेक्रेटरी के पदों पर आसीन रहें। 
 
1990 में, उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा। पटना सेंट्रल असेंबली से (जिसे अब कुम्हरार विधानसभा के नाम से जाना जाता है) मोदी  से चुनाव लड़ा और जीता भी।  उन्होंने अपोजिशन के लीडर के तौर पर पटना हाईकोर्ट में लालू प्रसाद यादव के विरूद्ध पब्लिक इंटरस्ट लिटिगेशन दायर की जिसे बाद में चारा घोटाले के नाम से जाना गया। उन्होंने झारखंड के निर्माण का समर्थन किया। 
 

वेबदुनिया पर पढ़ें