किडनी प्रत्यारोपण के बाद पहली बार संसद पहुंची सुषमा स्वराज

बुधवार, 15 मार्च 2017 (13:06 IST)
नई दिल्ली। गुर्दे के प्रत्यारोपण के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बुधवार को पहली बार लोकसभा पहुंचने पर पूरे सदन ने उनका भावभीना स्वागत किया और उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना की।


श्रीमती स्वराज सात नवंबर को गुर्दे की समस्या के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था। बाद में दस दिसंबर को उनके गुर्दों का प्रत्यारोपण किया गया था। वह तब से अवकाश पर थीं।
 
प्रश्नकाल के बाद करीब 12 बजकर पांच मिनट पर केन्द्रीय जलसंसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती के साथ वह सदन में पहुंचीं। उनके साथ एक सहायक पानी एवं दवाओं का एक थैला लेकर आई। उनके सदन में आते ही सबसे पहले कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया उनकी सीट पर गए और कुशलक्षेम पूछी। सुश्री भारती उनके बगल में बैठ गईं। 
 
कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बहुत दिनों बाद श्रीमती स्वराज सदन में आई हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि वह लंबी आयु तक जीएं। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी श्रीमती स्वराज का स्वागत किया। इस पर सभी पक्षों के सदस्यों ने मेज थपथपाईं। श्रीमती स्वराज ने कहा कि खड़गे और आप सबकी शुभकामनाओं और मेरे कृष्ण के आशीर्वाद का ये परिणाम है कि इतनी अस्वस्थता के बावजूद वह ठीक हो कर सदन में आई हैं। इसके लिए वह हृदय से सबका आभार मानतीं हैं। 
 
इस पर सदन में सभी सदस्य अपने स्थानों पर खड़े हो गए और मेज़ें थपथपाकर भावपूर्ण ढंग से स्वागत किया। श्रीमती स्वराज ने भी पूरी विनम्रता से हाथ जोड़कर उन सबका अभिवादन किया।
 
बाद में उन्होंने अमेरिका में प्रवासी भारतीयों पर हुए हमलों पर एक बयान पढ़ा और खड़गे के सवालों का जोरदार ढंग से जवाब दिया। बाद में श्रीमती महाजन ने कहा कि बहुत दिनों बाद आपकी दमदार आवाज सदन में गूंजी है। अच्छा लगा। बयान के बाद श्रीमती स्वराज सदन के बाहर अपने कक्ष में चलीं गईं। सुश्री भारती उनके साथ में रहीं।
 


उल्लेखनीय है कि सुषमा स्वराज का 10 दिसंबर को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था, जिसके बाद से वे स्वास्थ्य लाभ कर रही थीं। हालांकि इसके बाद भी सुषमा अपने मंत्रालय की फाइलें घर से ही लगातार निपटाती रहीं। वे इस दौरान ट्विटर पर लगातार सक्रिय रहीं और फोन के मध्यम से अपने कैबिनेट के सहयोगियों और बाकी नेताओं के साथ संपर्क में रहीं। (वार्ता/वेबदुनिया)

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