राज्यपाल पुरोहित ने महिला पत्रकार को संबोधित अपने जवाब में लिखा कि मुझे 18 अप्रैल को आपका ई-मेल मिला। प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म होने जा रही थी तब आपने एक सवाल पूछा था। मुझे आपका सवाल अच्छा लगा, इसलिए आपका उत्साह बढ़ाने के लिए अपनी पोती समझकर स्नेहवश आपके गाल को थपथपाया।राज्यपाल ने पत्र में लिखा कि ऐसा महज स्नेहवश किया गया क्योंकि मैं भी इस पेशे से 40 साल तक जुड़ा रहा हूं।
आपके मेल से मुझे पता चला कि इससे आप आहत हुईं। मैं उस घटना पर खेद प्रकट करते हुए माफी मांगता हूं। इस घटना के बाद महिला पत्रकार लक्ष्मी सुब्रमण्यम ने कहा कि इस घटना के बाद उसने कई बार अपना मुंह धोया, लेकिन वे इस बात को भुला नहीं पा रही थी। राज्यपाल की माफी पर महिला पत्रकार ने कहा है कि माफी स्वीकार है, लेकिन मंशा को लेकर अभी भी शक बरकरार है।