भारतीय सेना ने उड़ी में 10 आतंकवादी मार गिराए

एलओसी के पहाड़ों पर बर्फ के गिरने से पहले पाक सेना अपने जहां रुके पड़े सभी आतंकियों को इस ओर धकेलने को कितनी उतावली है अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसके भेजे आतंकियों के हमले में जिस उड़ी सेक्टर में 18 भारतीय फौजी शहीद हो गए थे, वहीं से उसने आज आतंकियों के एक बड़े जत्थे को धकेलने का प्रयास किया। इस प्रयास के लिए उसने कवर फायर भी किया और नतीजतन चौकस भारतीय जवानों ने 10 आतंकियों को मार गिराया। 
समाचार लिखे जाने तक मुठभेड़ अभी जारी थी। इस जत्थे में 18 से 20 आतंकी थे। अब मारे गए आतंकियों के शवों को पाने की खातिर पाक सेना उड़ी सेक्टर में गोलों की बरसात भी कर रही है। यह सच है कि उड़ी हमले के बाद कश्मीर घाटी में सेना और सरकार आतंकवाद को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं दिखाई दे रही। मंगलवार को उड़ी सेक्टर में ही सेना ने आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 आतंकियों को ढेर कर दिया।
 
सूत्रों से प्राप्त जानकारी मुताबिक उड़ी सेक्टर के लच्छीपोरा इलाके में 18 से 20 आतंकियों का ग्रुप घुसपैठ कर रहा था। इसी दौरान एलओसी पर मुस्तौद जवानों ने उनको ललकारा जिसके बाद आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। सेना की जवाबी कार्रवाई में 10 आतंकियों के मारे जाने की खबर है, हालांकि सेना ने अभी आंकड़े की पुष्टि नहीं की है।
 
अन्य आतंकियों के खिलाफ सेना का सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। गौरतलब है कि मंगलवार दोपहर को उड़ी सेक्टर में सीजफायर की खबर आ रही थी, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इलाके में आतंकियों और सेना के बीच गोलाबारी हुई है।
 
अधिकारियों ने बताया कि इन आतंकियों को इस ओर धकेलने के लिए पहले पाक सेना ने उन्हें कवर फायर देते हुए छोटे हथियारों से भरतीय ठिकानों पर गोलियां बरसाई थीं। जब भारतीय सेना ने इस घुसपैठ के प्रयास को नाकाम बनाते हुए 10 आतंकियों को मार गिराया तो पाक सेना बिफर गई और उसने फिर भारतीय सैनिक ठिकानों पर गोलों की बरसात आरंभ कर दी। एक अधिकारी के मुताबिक, पाक सेना मो गए आतंकियों के शवों को अपने कब्जे में लेना चाहती थी पर भारतीय सेना ऐसा होने नहीं देना चाहती थी। 

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