हमारे जम्मू कश्मीर संवाददाता सुरेश डुग्गर भी इस रिपोर्ट की पुष्टि करते हैं। उनके अनुसार कश्मीर यूनिवर्सिटी का असिस्टेंट प्रोफेसर रफी मोहम्मद बट आतंकवाद का दामन थामने के 24 घंटे के भीतर मारा गया। जाहिद नजीर को सुरक्षाबलों ने 30 दिनों के भीतर मार गिराया, जबकि ईसा फाजली को साल के भीतर मार गिराया। सद्दाम वानी आतंकवादी के रूप में 3 साल ही जिंदा रह पाया।
याद करिए आतंकवादियों का वह फोटो जिसमें कुख्यात आतंकवादी बुरहान वानी एवं अन्य आतंकी दिखाए गए। यह फोटो तब काफी सुर्खियों में आया। सुरक्षाबलों ने इन सभी आतंकियों को चुन-चुनकर मार गिराया। हालांकि न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में यह भी आशंका जताई है कि पाकिस्तान में हुए राजनीतिक बदलाव का असर कश्मीर पर जरूर देखने को मिलेगा। रिपोर्ट में खून-खराबा बढ़ने की आशंका भी जताई है।