Vaishno Devi temple news : वैष्णो देवी के तीर्थस्थल के बेस कैम्प कटड़ा में भी लोगों की भीड़ यह संकेत दे रही है कि इस बार नवरात्रों में आने वालों की संख्या सारे रिकॉर्ड तोड़ डालेगी। हालांकि सेना का कहना है कि आतंकी हमलों के खतरे को देखते हुए सेना के अतिरिक्त जवानों को कटड़ा में तैनात किया गया है। सुरक्षा बलों का दावा है कि घुसपैठ कर मुठभेड़ों में भाग जाने वाले आतंकियों के कारण वैष्णो देवी की गुफा पर खतरा बढ़ गया है।
श्रद्धालुओं में दहशत : सुरक्षाधिकारी आगे कहते हैं कि उसने इन सूचनाओं को अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ भी बांटा है और उन्हें आगाह किया है कि वे आतंकियों पर नजर रखें तथा घटना को टालने के लिए एहतियात बरतें। इतना जरूर है कि उनकी इन सूचनाओं के बाद अन्य खुफिया एजेंसियां चेती हैं या नहीं लेकिन उन लोगों में दहशत अवश्य फैल गई है जो वैष्णो देवी के तीर्थस्थान पर आना चाहते हैं। असल में उनकी दहशत के पीछे का कारण यह भी है कि वे सेना की बातों पर विश्वास करते हैं।
वैसे दावा यह भी है कि चैत्र नवरात्र के दौरान माता वैष्णो देवी मंदिर में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के मकसद से एआई से लैस सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन सहित भारी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। चौत्र नवरात्र 30 मार्च से शुरू हो रहा है और इस नौ-दिवसीय उत्सव के दौरान अधिकारियों को गुफा मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। हालांकि इस बार नवरात्रि 8 दिनों की है। ALSO READ: Vaishno Devi : वैष्णो देवी मंदिर में भक्तों ने बनाया अनोखा कीर्तिमान, दान में मिले 171 करोड़ रुपए और 27 किलो सोना
सुरक्षाबलों का लोगों को आश्वासन : कठुआ जिले में संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादियों के साथ हुई भीषण मुठभेड़ के बाद ये कदम और भी महत्वपूर्ण हो गए हैं। इस मुठभेड़ में 2 आतंकवादी ढेर हुए और चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए। गुफा मंदिर के आधार शिविर कटरा की सुरक्षा जांच करते हुए रियासी के कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कहते थे कि सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। हम देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को आश्वस्त करते हैं कि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
पुलिस अधिकारियों का कहना था कि हमने कटरा शहर में कई स्थानों पर सुरक्षा जांच की है और रणनीतिक स्थानों पर अतिरिक्त तैनाती की योजना बना रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और पुलिस की संयुक्त टीम के साथ-साथ त्वरित प्रतिक्रिया टीम को भी तैनात किया गया है और वे सतर्क हैं। वे कहते थे कि ड्रोन के साथ ही व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, मंदिर तक जाने वाले मार्ग पर सीआरपीएफ द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्रा मार्ग पर उन्नत एआई क्षमताओं से लैस 500-600 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
कश्मीर को मिलेगी पहली ट्रेन : कश्मीर और शेष भारत के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित रेलवे कनेक्शन 19 अप्रैल को हकीकत बनने जा रहा है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कटरा से घाटी के लिए पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।
यह ऐतिहासिक कार्यक्रम रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित अन्य लोगों की मौजूदगी में होगा।
यह कश्मीर को रेल से जोड़ने के दशकों पुराने प्रयासों के पूरा होने का प्रतीक है। वर्तमान में, रेल सेवाएं केवल संगलदान और बारामुल्ला के बीच संचालित होती हैं, जबकि लंबी दूरी की ट्रेनें कटरा में समाप्त होती हैं। नई सेवा इस महत्वपूर्ण अंतर को पाट देगी, जिससे यात्री कश्मीर तक निर्बाध यात्रा कर सकेंगे।