नई दिल्ली। दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग और इससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के ऊपर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। इसके 3 मार्च की शाम तक यह डिप्रेशन में सशक्त हो सकता है और पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में श्रीलंका और तमिलनाडु तट की ओर बढ़ना जारी रख सकता है।
पिछले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों और पूर्वोत्तर राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं। उत्तर-पश्चिम, पश्चिम और पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश हुई। दक्षिण-पश्चिम उत्तरप्रदेश और हरियाणा में छिटपुट हल्की बारिश हुई। जम्मू-कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हुई।
अगले 48 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर और उत्तराखंड के एक या दो हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फ़बारी संभव है। अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों और तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
इसके बाद बारिश की गतिविधियां दक्षिण तटीय आंध्रप्रदेश, रायलसीमा, दक्षिण भारत कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों को कवर कर सकती हैं। 5 मार्च तक आंध्रप्रदेश के दक्षिणी तट, तमिलनाडु के तटीय इलाकों, दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिणी केरल के तटों के आसपास तेज हवाएं चलेंगी तथा समुद्र में लहरें भी ऊंची उठ सकती हैं।