उन्होंने यहां राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की छठी बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि नमामि गंगे नदी बोर्ड प्राधिकरण के सदस्य अवकाशप्राप्त न्यायाधीश गिरधर मालवीय के मार्गदशर्न में एक विशेषज्ञ समिति प्रस्तावित कानून के संबंध में सुझाव देगी। उन्होंने प्राधिकरण के सदस्य माधव चिताले की अध्यक्षता में गंगा नदी से गाद निकालने के बारे में एक समिति गठित करने की भी घोषणा की।
बैठक में केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्द्धन, केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह, केन्द्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री महेश शर्मा, विभिन्न राज्यों के जल संसाधन मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि गंगा के किनारे बसे 118 शहरों में से 59 शहरों के सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है और 27 रिपोर्ट तैयार की गयी हैं तथा 50 और रिपोर्ट इस महीने के अंत तक मिल जाएंगी। डॉल्फिन, मगरमच्छ और अन्य प्रजातियों के संरक्षण के उपाय सुझाने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान को चुना गया है और गंगा के 2700 हेक्टेयर तटवर्ती क्षेत्र में पौधरोपण किया जाएगा।(वार्ता)