खालिद ने लिखा, 'चे ग्वेरा ने कहा था- अगर मैं मर जाऊं और कोई दूसरा मेरी बंदूक उठाकर गोलियां चलाता रहे तो मुझे परवाह नहीं, लेकिन ऐसे ही शब्द बुरहान वानी के भी रहे होंगे।'
एक दूसरी पोस्ट में उमर खालिद ने तंज कसते हुए लिखा, ‘सिर्फ बुरहान वानी का ही क्यों, मैं मौतों का, बलात्कार का, टॉर्चर का, लापता होने का और अफ्सपा का, हर बात का जश्न मनाउंगा। मैं समीर राह की मौत पर भी सफाई दूंगा। वो 12 साल का लड़का जिसे 2010 में पीट पीटकर मार दिया गया। आयशा और नीलोफर का शोपियां में कभी रेप कर मारा ही नहीं किया। वह हकीकत में नहर में डूब गई थीं।’