मराठी में अपना भाषण देते हुए दानवे ने कहा कि राहुल गांधी किसी काम के नहीं हैं। वह भगवान को समर्पित 'सांड' की तरह हैं। वह हर जगह घूमते हैं, लेकिन किसी के काम नहीं आते हैं। मैं 20 साल लोकसभा में रहा हूं और उनका काम देखा है। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री ने आगे कहा कि ऐसा सांड भले ही किसी खेत में घुसकर फसल को खा जाए, लेकिन किसान यह कहकर जानवर को माफ कर देता है कि उसे भोजन की जरूरत है।
दानवे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जा रहे महान कार्यों को देखना चाहिए। सरकार अपने खजाने से पैसा खर्च कर रही है क्योंकि रेलवे टिकटों की बिक्री समेत विभिन्न स्रोतों से पर्याप्त राजस्व नहीं जुटा पाता है। रेल राज्य मंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने दानवे का इस्तीफा मांगा।
उन्होंने कहा कि उन्होंने (दानवे) सारी हदें पार कर दी है। उनकी टिप्पणी अशोभनीय और चौंकाने वाली है। हम राहुल गांधी के खिलाफ इस तरह की अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के लिए उन्हें केंद्रीय मंत्रिपरिषद से हटाने की मांग करते हैं। पटोले ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के उनके ट्रैक रिकॉर्ड के बावजूद उन्हें मंत्रिपरिषद में इतना महत्वपूर्ण पद कैसे दिया जा सकता है।