VIP कल्‍चर और जनता की श्रद्धा के बीच ऐसे बेबस होकर हाथ जोड़ रही यूपी पुलिस

Prayagraj Mahakumbh 2025 : यूपी यानी उत्‍तर प्रदेश पुलिस की छवि को आमतौर पर खराब ही प्रचारित किया गया है। फेक एनकाउंटर, बर्बरता और तमाम तरह की बातें यूपी पुलिस के बारे में कही जाती हैं। लेकिन प्रयागराज में पुलिस को जो चेहरा सामने आ रहा है वो बेहद आत्‍मीय, सहनशील और धैर्य वाला चेहरा सामने आया है। दरअसल, प्रयागराज में महाकुंभ में रोजाना लाखों श्रद्धालुओं का काफिला पहुंच रहा है। मौनी अमावस्‍या के दिन 10 करोड़ लोगों के स्‍नान का दावा किया जा रहा है। ऐसे में मंगलवार देर रात भगदड़ की जो खबर सामने आई है उसे भी पुलिस ने हैंडल करने के भरसक प्रयास किए। लेकिन इस बीच यूपी पुलिस वीआईपी कल्‍चर और आम श्रद्धालुओं के बीच फंसने के बाद भी जिस तरह से उसने सहनशीलता और धैर्य का परिचय दिया वो काबिले तारीफ है। कुल मिलाकर पुलिस वीआईपी कल्‍चर और आम लोगों की श्रद्धा के बीच बेहद बेबस नजर आ रही है बावजूद इसके वो लोगों के सामने हाथ जोड़कर व्‍यवस्‍थाएं बनाने की गुहार लगा रही है।

ड्यूटी का फर्ज और वीआईपी कल्‍चर का दबाव : दरअसल, महाकुंभ में लगी यूपी पुलिस के ऊपर एक तरफ निर्देशानुसार अपनी ड्यूटी निभाने का जिम्‍मा है तो दूसरी तरफ स्‍नान करने के लिए वीआईपी कल्‍चर के सहारे आने वाले रसूखदारों का दबाव है। कर्तव्‍य और दबाव के बीच यूपी पुलिस बुरी तरह से फंस गई है। एक तरफ उन्‍हें लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को मैनेज करना है तो दूसरी तरफ धौंस दपट करने वाले आइएएस, आईपीएस, तमाम विभागों के आला अधिकारी और दूसरे स्‍टेट से आए खास लोगों की रसूखदारी का शिकार होना पड़ रहा है।

सलाम है यूपी पुलिस को : प्रयागराज में रहने वाले प्रसिद्ध यूट्यूबर और पत्रकार विभव देव शुक्‍ला ने वेबदुनिया को बताया कि यूपी पुलिस का जो चेहरा इस बार सामने आया है उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। क्‍योंकि पुलिस इस पूरे आयोजन में जिस तरह से पिस गई है और बावजूद इसके पुलिस ने जो सहनशीलता का परिचय दिया है वो भावुक करने वाला है। दिन-रात चौबीसों घंटे ड्यूटी करने के बाद भी वे जिस तरह से हाथ जोड़कर श्रद्धालुओं और वीआईपी से डील कर रहे हैं उसके वीडियो और फोटो सोशल मीडिया में देखे जा सकते हैं। विभव ने बताया कि मैं तो प्रयागराज में रहता हूं और लगातार कवरेज कर रहा हूं इसलिए अपनी आंखों से यह सब देख रहा हूं। यूपी पुलिस को सलाम है।

आम और खास दोनों के हाथ जोड़ रही पुलिस : मीडियाकर्मी नविता सिंह ने बताया कि पुलिस की बेबसी का आलम यह है कि उसे आम और खास दोनों वर्ग के लोगों से व्‍यवस्‍था बनाए रखने के लिए हाथ जोड़ना पड़ रहे हैं। कोई वीआईपी पास लेकर आ रहा है तो कोई किसी विधायक, सांसद का लेटर। वहीं दूसरी तरफ उससे आम लोगों के संगम में स्‍नान के लिए की जाने वाली मशक्‍कत भी नहीं देखी जा रही है।

यूपी सरकार ने झौंकी पुलिस की ताकत
50,000 पुलिसकर्मी तैनात : यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि महाकुंभ मेले में इस बार करीब 50 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। ये 2019 में हुए कुंभ की तुलना में 40 फीसदी ज्यादा संख्या हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में इस बार 45 करोड़ लोगों के शामिल होने की संभावना है। पुलिस कंट्रोल रूम के 4 ब्रांच बनाए गए हैं जिनमें से तीन मेला क्षेत्र में और एक शहर में- भीड़ की आवाजाही पर 24 घंटे नजर रखेगा।

13 अस्थायी थाने और 23 चौकियां : इसी के तहत कमिश्नरेट प्रयागराज में अब 13 अस्थायी पुलिस थाना और 23 चौकियां स्थापित की गई हैं। नए अस्थायी थाना बनने से कमिश्नरेट में 44 की जगह 57 थाने होंगे। शहर और ग्रामीण क्षेत्र को आठ जोन व 18 सेक्टर में बांटकर सुरक्षा इंतजाम किया जा रहा है।

ये है पुलिस व्‍यवस्‍था का आंकडा : प्रयागराज में महाकुंभ के लिए जो पुलिस व्‍यवस्‍था है वो इस प्रकार है। जोन–08, सेक्टर–18, अस्थायी थाने -13, स्थायी थाने -44, अस्थायी चौकियां -23, सीएपीएफ-21 कंपनी, पीएसी-5 कंपनी, एनडीआरएफ -4 टीम, एएस चेक -12 टीम, बीडीडीएस –4 टीम।

50 घाटों पर 4000 नावों से पुलिस की नजर : मेला क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध को पहचानने के लिए स्पाटर्स की 30 टीमें तैनात की गई हैं, जबकि 70 जिलों से उत्तर प्रदेश पुलिस के 15000 जवान तैनात किए गए हैं। इनके जिम्मे 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले कुंभ नगर की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। इतना ही नहीं, 12 किलोमीटर के क्षेत्र में फैले रिवर साइड एरिया को पूरी तरह से सुरक्षित किया गया है। इसके तहत ही 4000 नाव चलेंगी। 50 स्नान घाटों पर जल पुलिस निगरानी कर रही है।

एनएसजी, एटीएस, एसटीएफ भी : आतंकवाद रोधी तैयारियों के लिए नागरिक बल के अलावा एनएसजी, एटीएस, एसटीएफ भी तैनात किए गए हैं। किसी भी खतरे के बारे में खुफिया जानकारी जुटाने के लिए सभी केंद्रीय एजेंसियों को शामिल किया गया है। सशस्त्र बल और खुफिया तंत्र भी तैनात रहेंगे। फेस रिकग्निशन सॉफ्टवेयर भी मौजूद है। इसके साथ ही पुलिस 3 महिला पुलिस थाने, 10 पिंक बूथ और महिला पुलिस बल की एक बड़ी टुकड़ी तैनात है। इसके साथ ही तीन मानव तस्करी विरोधी इकाइयां खोली गई हैं।

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