Mauni Amavasya 2025: महाकुंभ में मौनी अमावस्या का महास्नान, 6 शुभ योग संयोग में होगा शाही स्नान, 10 कार्य जरूर करें

मंगलवार, 28 जनवरी 2025 (12:21 IST)
mauni amavasya 2025: 29 जनवरी 2025 बुधवार के दिन मौनी अमावस्या रहेगी। इसी दिन प्रयागराज में महाकुंभ का शाही स्नान भी होगा। इस दिन 5 शुभ योग बन रहे हैं। 1. त्रिवेणी योग, 2.शिव वास योग, 3. सिद्धि योग, 4. वज्र योग और 5. वृषभ गुरु योग यानी वृषभ में बृहस्पति का शुभ गोचर। इसी के साथ ही कहते हैं कि मौनी अमावस्या के दिन यदि प्रयाग में कुंभ हो तो इसे 6.अमृत योग कहते हैं। इस योग संयोग में स्नान करने से सभी पापों का नाश हो जाता है और जातक सुख, शांति, समृद्धि के साथ ही जीवन में बहुत उन्नति करता है। आओ जानते हैं 10 महत्वपूर्ण कार्य।ALSO READ: मौनी अमावस्या पर पितरों को शांत करने के लिए करें ये अचूक उपाय
 
मौनी अमावस्या पर करें 8 शुभ कार्य:-
1. गंगा स्नान: मौनी अमावस्या के महासंयोग में कुंभ स्नान करने से सभी पाना का नाश हो जाएगा और मृत्यु के बाद सद्गति मिलेगी। यदि आप कुंभ में जाकर स्नान नहीं कर पा रहे हैं तो घर में ही शुद्ध जल में गंगा जल मिलाकर स्नान करें।
 
2. अमावस्या का दान: मौनी अमावस्या के दिन दान करने का भी विशेष महत्व है। इस दिन दान करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि बढ़ती है। दान में आप तिल, जूते, कपड़े, कंबल, अन्न, छाता आदि दान कर सकते हैं। 
3. पितृ तर्पण: मौनी अमावस्या का दिन पितरों की शांति और पितृदोष से मुक्ति का खास दिन होता है। इसलिए इस दिन पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म किए जाते हैं। कम से कम तर्पण कर ही सकते हैं।
 
4. हरिहर पूजा: इस दिन भगवान विष्णु, शिव, और सूर्य की विशेष पूजा की जाती है। भगवान शिव और विष्णु की पूजा करें। भगवान शिव का अभिषेक करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। तुलसी के पत्ते, बेलपत्र, दूध और शहद से पूजा करें।
 
5. काले तिल के उपाय: काले तिल को पितरों से जुड़ा माना जाता है। इस दिन काले तिल का दान करने या पितरों के लिए जल में डालने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। शनि दोष से पीड़ित लोग इस दिन शनि देव की पूजा कर सकते हैं और काले तिल का दान कर सकते हैं।
6. मंत्र जाप: इस दिन गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, शिवमंत्र आदि का जाप करने से मन शांत होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।ALSO READ: Mahakumbh 2025 : मौनी अमावस्या पर दुनिया रह जाएगी दंग, टूट जाएगा श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड, जानें क्या इंतजाम
 
7. पीपल के पेड़ की पूजा : मौनी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा का खास महत्व है। पीपल में इस दिन माता लक्ष्मी का वास होता है।  पीपल के पेड़ की जड़ में जल अर्पित करें और सात बार परिक्रमा करें। 
सरसों का तेल जलाएं और "ॐ नमः शिवाय" का जाप करें। 
 
8. दीपक जलाएं : मौनी अमावस्या के दिन 4 जगहों पर दीपक जलाना शुभ होता है। पहला पीपल के वृक्ष ने नीचे, दूसरा शिव मंदिर में, तीसरा घर की दक्षिण दिशा में और चौथा नदी के तट पर।
 
9. गरीबों को कराएं भोजन: भूखों को भोजन कराना इस दिन विशेष पुण्य प्रदान करता है। यथाशक्ति गरीबों को अन्न जल जरूर दान करें।
 
10. मौन व्रत : हो सके तो इस दिन व्रत रखकर पूरा दिन मौन रहें। इस दिन मौन व्रत रखने से मानसिक शांति मिलती है और आत्मिक शक्ति बढ़ती है। दिनभर ध्यान और भक्ति में समय बिताएं।ALSO READ: महाकुंभ 2025: 29 जनवरी मौनी अमावस्या पर कुंभ का शाही स्नान, जानिए किस विधि से करें स्नान कि मिले पुण्य
 

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