US revises travel advisory for Americans in India : अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में कहा गया है कि भारत घूमने निकले अमेरिका के नागरिक मणिपुर और जम्मू कश्मीर न जाएं। वहां आतंकी और नक्सली सक्रिय हैं, जो आए दिन हमले करते रहते हैं। इसलिए वहां जान को खतरा हो सकता है। इतना ही नहीं, एडवाइजरी में कहा गया कि भारत में रेप होते हैं, इसलिए संभलकर रहें।
Latest US travel advisory on India is the American style of payback. Hours ago State Dept discussed India's double game on Ukraine and RAW sponsored terrorism in west.
Thousands of tourists across the globe follow US travel advisories to avoid risks. This one will cost India… pic.twitter.com/7Wyek9gjvL
कुल मिलाकर भारत को लेवल 2 पर रखा गया है, लेकिन देश के कई हिस्सों को लेवल 4 पर रखा गया है, जिसमें जम्मू और कश्मीर, भारत-पाक सीमा, मणिपुर और मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्से शामिल हैं।
टूरिस्ट स्पॉट पर रेप की घटनाएं : विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत में कई टूरिस्ट स्पॉट पर रेप और छेड़छाड़ की घटनाएं हुई हैं। भारत में आतंकवादी बिना किसी चेतावनी के हमला कर सकते हैं। वे टूरिस्ट स्पॉट, स्टेशन, बस अड्डों, बाजार, शॉपिंग मॉल्स और सरकारी भवनों को निशाना बनाते हैं। एडवाइजरी में कहा गया है कि अमेरिकी सरकार के पास भारत के ग्रामीण इलाकों में नागरिकों तक मदद पहुंचाने में समस्या आ सकती है।
मणिपुर लेवल-4 कैटगिरी में : मणिपुर को लेवल-4 कैटगिरी में रखा गया है और हिंसा और अपराध की वजह से यहां की यात्रा न करने की विशेष सलाह दी गई है। इसमें कहा गया है कि मणिपुर में जातीय संघर्ष के कारण हिंसा और पलायन की खबरें सामने आई हैं। एडवाइजरी में लिखा है कि मणिपुर में भारत सरकार के ठिकानों पर हमले होते रहते हैं और भारत की यात्रा करने वाले अमेरिकी अधिकारियों को भी मणिपुर जाने के लिए परमिशन लेना होता है। इसी तरह लद्दाख को छोड़कर जम्मू-कश्मीर में हिंसा होती रहती है। कश्मीर घाटी और LOC पर ये आम है।
पाकिस्तान पर खास अलर्ट : पाकिस्तान में रैंकिंग में लेवल तीन पर रखकर विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों से साफ कहा है कि वह आंतकवाद से प्रभावित इस देश में यात्रा करने से पहले जरूर गंभीरता से सोचें। वहीं ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान में बलूचिस्तान, खैबर पखतूनख्वा प्रांत की यात्रा नहीं करें। अमेरिकियों से ये भी कहा गया है कि वो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर नहीं जाएं, क्योंकि वहां हमेशा सशस्त्र टकराव का खतरा बना रहता है। पिछले छह महीने में वहां 40 से ज्यादा आतंकी हमले हो चुके हैं। इसमें 225 लोगों की जान गई है जबकि 475 लोग घायल हुए हैं। Edited By: Navin Rangiyal