विशेषज्ञों के अनुसार, चीन के अधिकारियों और सरकारी मीडिया के स्वर में पिछले कुछ माह में बेहद तल्खी आई है। नई दिल्ली ने बीजिंग के खिलाफ परिपक्व और मजबूत रूख अपनाया है। समझा जाता है कि इस मुद्दे पर नई दिल्ली वाशिंगटन तक नहीं पहुंची है। बहरहाल, एक करीबी मित्र के तौर पर अमेरिका स्थिति पर नजर रखे हुए है। (भाषा)