नायडू ने कहा कि कांग्रेस को भावनाएं भड़काने की जगह स्थिति सामान्य बनाने में मदद के लिए अधिक परिपक्व और जिम्मेदार रुख अपनाना चाहिए। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कांग्रेस की इस मांग को भी खारिज कर दिया कि मंदसौर में पुलिस की गोलीबारी में पांच किसानों के मारे जाने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस्तीफा दे देना चाहिए।
विपक्षी पार्टी पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने 12 जुलाई, 1998 को मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में हुई उस घटना की याद दिलाई, जब कथित तौर पर पुलिस फायरिंग में 24 किसान मारे गए थे और आदेश तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दिया था।
उन्होंने पूछा कि तब ओलावृष्टि से फसल को हुए नुकसान का मुआवजा मांग रहे किसानों की मौत के बाद दिग्विजय ने इस्तीफा क्यों नहीं दिया था। नायडू ने कहा, क्या तब कांग्रेस अध्यक्ष ने पीड़ित किसानों से मुलाकात की थी। उन्होंने मध्य प्रदेश के किसानों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार कुछ कृषि उत्पादों के मूल्य में गिरावट के मुद्दे से निपटने के लिए सभी संभव कदम उठा रही है।
नायडू ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है। यह मध्य प्रदेश में हिंसा को भड़का रही है, उसे हवा दे रही है। मंत्री ने कहा, अब कांग्रेस उपाध्यक्ष अपनी फोटो अवसर यात्रा के रूप में घटनास्थल का दौरा करना चाहते हैं जैसा कि वह नियमित तौर पर करते रहते हैं। नायडू ने चौहान को सर्वाधिक किसान हितैषी मुख्यमंत्री करार देते हुए कहा कि उन्होंने राज्य में वर्तमान स्थिति पर नियंत्रण के लिए त्वरित कदम उठाए। (भाषा)