विहिप महासचिव मिलिंद परांडे ने कहा कि अगर परिवार में सिर्फ एक बच्चा है, तो हिंदुओं की आबादी खुद हिंदुओं द्वारा कम हो जाएगी। जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, जब हम जनसंख्या नियंत्रण के बारे में बात करते हैं, तो देश में हिंदू समाज का प्रभुत्व बरकरार रहना चाहिए। हिंदू आबादी के प्रभुत्व के कारण देश में राजनीति, धर्मनिरपेक्षता और सहिष्णुता के सभी सिद्धांतों का पालन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसलिए, हिंदुओं के बहुमत में बने रहने के लिए जो कुछ भी आवश्यक है वह किया जाना चाहिए। परांडे ने कहा, हिंदू समाज को यह सोचना चाहिए कि एक परिवार में कम से कम दो बच्चे होने चाहिए। अगर एक परिवार में सिर्फ एक बच्चा होगा, तो हिंदुओं की आबादी खुद हिंदुओं द्वारा कम हो जाएगी।
विहिप नेता ने कहा, मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने के लिए सामाजिक जागरूकता से लेकर उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाने तक सभी संभावित उपायों पर बैठक में चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि बैठक में अवैध धर्मांतरण के मुद्दे और देशभर में इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाने की आवश्यकता पर भी चर्चा होगी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की मुसलमानों पर हाल की टिप्पणी पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आरएसएस और विहिप की राय में कोई अंतर नहीं है। उन्होंने कहा, आरएसएस प्रमुख ने न तो कुछ नया कहा और न ही कुछ अलग। हमारी वैचारिक सीमा अब भी वही है। हमारे बीच कोई अंतर नहीं है।(भाषा)