विधानसभा का विशेष सत्र ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर आहूत किया गया है लेकिन गुप्ता ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही केजरीवाल के खिलाफ करीबी रिश्तेदारों के लिए जमीन के सौदे कराने में घूस लेने के आरोपों को महत्वपूर्ण मुद्दा बताते हुए इस पर चर्चा कराने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि यह आरोप विपक्ष के किसी नेता ने नहीं बल्कि सत्तारुढ़ आप के विधायक ने लगाए हैं जो खुद को घूसकांड का प्रत्यक्षदर्शी बता रहे हैं और जिस समय यह सब कुछ हो रहा था उस समय वह केजरीवाल सरकार के मंत्री थे।
इस बीच गुप्ता ने मिश्रा के आरोपों पर चर्चा कराने की मांग उठा दी। इस पर चर्चा की अनुमति नहीं मिलने पर वह सदन में धरने पर बैठ गए। वह केजरीवाल और उन्हें कथित तौर पर घूस देने वाले मंत्री सत्येन्द्र जैन को जेल भेजने की मांग कर रहे थे। गुप्ता के शांत नहीं होने पर मार्शलों की मदद से उन्हें विशेष सत्र की कार्यवाही से सदन से बाहर कर दिया गया। (भाषा)