भाजपा ने 4 सीटों के लिए 3 उम्मीदवार उतारे हैं, वहीं कांग्रेस ने 2 उम्मीदवारों को टिकट दिया है। भाजपा यहां अपनी संख्या के मुताबिक 2 सीटों पर आसानी से जीत सकती है जबकि कांग्रेस को भी 1 सीट मिल सकती है लेकिन चौथी सीट के लिए दोनों पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला है। दोनों ही पार्टियों ने उम्मीद जताई है कि उनके सभी उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव जीत जाएंगे।
भाजपा ने अभय भारद्वाज, रमीला बारा और नरहरि अमीन को उतारा है जबकि कांग्रेस की तरफ से शक्ति सिंह गोहिल और भरतसिंह सोलंकी मैदान में हैं। चुनाव आयोग ने चुनाव से जुड़ी विस्तृत तैयारी की है, क्योंकि यह चुनाव कोरोना वायरस महामारी के बीच में आयोजित किया जा रहा है।
यहां विधायकों के शरीर के तापमान जांच की जा रही है। उनके लिए मास्क पहनना और सामाजिक दूरी का पालन करना अनिवार्य है। जिन विधायकों को बुखार या अन्य लक्षण हैं, उनके लिए अलग प्रतीक्षा कक्ष बनाया गया है। पहले कांग्रेस के 1 विधायक और भाजपा के 3 विधायक इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं लेकिन वे सभी अब स्वस्थ हैं।
संख्या के हिसाब से प्रत्येक उम्मीदवार को चुनाव जीतने के लिए 35 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी। भाजपा के पास 103 विधायक हैं। कांग्रेस के पास 65, भारतीय ट्राइबल पार्टी के पास 2, राकांपा के पास 1 सीट है, वहीं 1 सीट निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी की है।
हालांकि 182 सदस्यीय सदन में अभी सिर्फ 172 सदस्य हैं, क्योंकि 10 सीटें खाली हैं जिनमें से 8 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे की वजह से और 2 अदालत में मामलों की वजह से खाली हैं। वोटों की गिनती शाम 5 बजे से होगी। (भाषा)