भोपाल। मध्यप्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस में खेमेबाजी तेज हो गई है। विधायकों को एकजुट रखने के लिए कांग्रेस जहां लंच पॉलिटिक्स का सहारा ले रही है तो भाजपा डिनर डिप्लोमेसी के सहारे विपक्ष खेमे को सर्मथन देने वाले विधायकों को अपने साथ लाकर अपना शक्ति प्रर्दशन करने में जुटी हुई है।
राज्यसभा चुनाव की वोटिंग से ठीक पहले भाजपा ने डिनर डिप्लोमेसी के जरिए कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए निर्दलीय और सपा और बसपा विधायकों को अपने पाले में ला खड़ा किया।
20 मार्च तक कमलनाथ सरकार के साथ रहने वाले निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा, विक्रम राणा के साथ बसपा के दो विधायक रामबाई और संजीव कुशवाहा और सपा विधायक राजेश शुक्ला ने प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचकर राज्यसभा चुनाव में भाजपा को सर्मथन देने का एलान कर दिया।
भाजपा मुख्यालय पहुंची बसपा विधायक रामबाई ने कहा कि वह राज्यसभा चुनाव में पूरी तरह भाजपा के साथ है, आज जब कांग्रेसी ही कांग्रेस के साथ नहीं है तो वह क्यों रहे। राज्यसभा चुनाव में सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों के समर्थन के बाद भाजपा के सर्मथन में अब कुल 112 विधायक हो गए है।
भाजपा नेताओं का दावा हैं कि दो और निर्दलीय विधायक भी उनके संपर्क में है और वह भी जल्द पार्टी के साथ नजर आएंगे। गौरतलब है कि निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल और केदार सिंह डाबर ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले है।
राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक प्रकाश जावड़ेकर और बीजे पांडा के साथ प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे के साथ चर्चा में इन सभी विधायकों ने भाजपा का साथ देने का आश्वासन दिया।
लंच पॉलिटिक्स के सहारे कांग्रेस की मुहिम - वहीं राज्यसभा चुनाव के फेर में ही प्रदेश में सत्ता गंवाने वाले कांग्रेस अब एक बार विधायक बचाओ मुहिम में जुट गई है। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने खुद राज्यसभा चुनाव की पूरी कमान अपने हाथों ले रखी है और आज उन्होंने फिर विधायक दल की बैठक बुलाई है। बुधवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में केपी सिंह,रवि जोशी, लक्ष्मण सिंह और हिना कांवरे नहीं पहुंचे थे। हलांकि कांग्रेस का दावा है कि इन सभी विधायकों ने पहले ही नहीं आने की सूचना दे दी थी। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को विधायकों के क्रांस वोटिंग का डर भी सता रहा है।
राज्यसभा चुनाव का गणित – मध्यप्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान होगा। भाजपा की तरफ से ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी और कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया उम्मीदवार है।