वेबदुनिया के चेन्नई संवाददाता के अनुसार हॉस्टल, पेइंग गेस्ट सुविधा उपलब्ध करवाने वाले मकान, होटल, अस्पताल यहां तक की मेट्रो रेल भी भीषण जलसंकट से जूझ रहे हैं। चेन्नई की चार बड़ी झीलों- चेंबरांबकम, पूंडी, रेडिल्स एवं चोलावरम का जलस्तर काफी नीचे जा चुका है। बताया जा रह है कि इन झीलों में कुल क्षमता का मात्र 23 प्रतिशत पानी ही शेष बचा है।
इतना ही नहीं, जलसंकट के चलते बहुत से होटल और होस्टल बंद हो चुके हैं। खबर तो यह भी है कि चेन्नई मेट्रो में पानी कमी के चलते शौचालय बंद कर दिए गए हैं। शहर किस कदर जलसंकट से जूझ रहा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरकारी राजीव गांधी अस्पताल में कई शौचालयों में ताले लगा दिए गए हैं। यहां आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।