नई दिल्ली। पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश और ओडिशा में पिछले 24 घंटों में तापमान में वृद्धि हुई हालांकि विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, पूर्व और मध्य मध्य प्रदेश और दक्षिण केरल में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं। आंतरिक तमिलनाडु, लक्षद्वीप, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और उत्तराखंड में भी बारिश दर्ज की गई। हालांकि इस वर्ष पहले भीषण गर्मी और फिर
मौसम एजेंसी स्कायमेट वेदर डॉट कॉम के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, अरुणाचल प्रदेश और पूर्वी असम में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। केरल में हल्की बारिश के साथ 12 स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान और जम्मू कश्मीर में एक-दो स्थानों पर मेघ गर्जना होने की संभावना है।
इस कारण से बारिश सामान्य से काफी कमजोर रहती है और देश को सूखा झेलना पड़ सकता है। मौसम ज्यादा गरम रहने से फसलों पर भी बुरा असर पड़ने की संभावना है। प्रशांत महासागर में जब समुद्र की ऊपरी सतह गर्म होती है तो अल नीनो का प्रभाव पड़ता है। इसका असर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पर पड़ता है। अनुमान के मुताबिक कि अल नीनो का प्रभाव मई-जुलाई के बीच लौट सकता है। देश में मॉनसून भी पूरी तरह से जून से सितंबर के बीच सक्रिय होता है। स्कायमेट के अनुमान के मुताबिक अल नीनो के चलते सूखा पड़ने की भी आशंका है।