नई दिल्ली। Himachal weather update : उत्तर भारत के कई हिस्सों में रविवार को मूसलाधार बारिश हुई और भूस्खलन एवं वर्षा जनित विभिन्न घटनाओं में 18 लोगों की मौत हो गई। दिल्ली में यमुना सहित देश के उत्तरी क्षेत्र में कई नदियां उफान पर हैं। कई राज्यों में बारिश के चलते स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपालों से बात की।
कई शहरों और कस्बों में सड़कें तथा आवासीय क्षेत्र घुटनों तक पानी में डूब गए और रिकॉर्ड बारिश के चलते निकाय व्यवस्था पंगु नजर आई। अचानक आई बाढ़ से पर्वतीय इलाकों में सड़कें बह गईं। इस बीच, अधिकारियों ने पर्यटकों से मौसम में सुधार के बाद यात्रा की योजना बनाने को कहा।
सड़कें बनीं समंदर : हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली तथा अन्य स्थानों के लोगों द्वारा जलमग्न सड़कों पर कागज की नावों की तरह तैरते वाहन, आवासीय क्षेत्रों में गंदा पानी घुसने, उफनती नदियों और भूमि के धंसने के कारण तटों पर डूबे हुए मंदिर और अन्य संरचनाओं की तस्वीरें ऑनलाइन शेयर की गईं।
हिमाचल में भारी बारिश की चेतावनी : जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जबकि दिल्ली में अधिकारियों ने यमुना के बढ़ते जल स्तर को लेकर चेतावनी दी है। राष्ट्रीय राजधानी में 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई।
कहां कितनी बारिश : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, रविवार सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटे में दिल्ली में जहां 153 मिमी बारिश हुई, वहीं हरियाणा के चंडीगढ़ और अंबाला में क्रमशः 322.2 मिमी और 224.1 मिमी रिकॉर्ड बारिश हुई।
शिमला मौसम कार्यालय के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सोलन में रविवार को 135 मिमी बारिश हुई, जिससे 1971 में एक दिन में 105 मिमी बारिश का 50 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया, जबकि ऊना में 1993 के बाद सबसे अधिक बारिश हुई।
गुरुग्राम-नोएडा में स्कूलों में छुट्टी : अधिकारियों के मुताबिक, सामान्य जनजीवन ठप होने के कारण दिल्ली और इसके आसपास के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) शहरों गुरुग्राम और नोएडा में स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे।
गाजियाबाद में बारिश के कारण दो दिन और उसके बाद कांवड़ यात्रा के कारण 17 जुलाई तक स्कूल बंद रहेंगे। भारी बारिश से रेलवे सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
उत्तर रेलवे ने कहा कि लगभग 17 रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं और लगभग 12 अन्य का मार्ग बदला गया है। जलभराव के कारण चार स्थानों पर यातायात रोक दिया गया है।
10 जिलों में रेड अलर्ट : हिमाचल प्रदेश में 10 जिलों में अत्यधिक भारी बारिश के पूर्वानुमान को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में भूस्खलन की तीन अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई।
शिमला जिले के कोटगढ़ इलाके में भूस्खलन के चलते एक मकान के ढहने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई, जबकि कुल्लू और चंबा जिलों से एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना है।
हिमाचल प्रदेश आपातकालीन अभियान केंद्र के अनुसार, पिछले 36 घंटों में चौदह बड़े भूस्खलन और अचानक बाढ़ की 13 घटनाओं की सूचना मिली है, जबकि 700 से अधिक सड़कें बंद कर दी गई हैं।
इस बीच, उत्तराखंड में ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुलर के पास भूस्खलन के चलते एक जीप के नदी में गिरने से तीन तीर्थयात्री गंगा में डूब गए।
राज्य आपदा मोचन बल और पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि जीप में 11 लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि पांच लोगों को बचा लिया गया है, जबकि तीन अन्य की तलाश जारी है और बचावकर्मियों ने तीन शव बरामद कर लिए हैं। राज्य के काशीपुर इलाके में दो मकान गिरने से एक दंपती की मौत हो गई और उनकी पोती घायल हो गई।
जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले में एक यात्री बस के भूस्खलन की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। केंद्रशासित प्रदेश के पुंछ जिले में शनिवार को डोगरा नाला पार करते समय अचानक आई बाढ़ में बहे दो सैनिकों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
श्रीनगर में भारी बारिश से कुछ राहत मिली और तीन दिन तक निलंबित रहने के बाद रविवार को पंजतरणी और शेषनाग आधार शिविरों से अमरनाथ यात्रा फिर से शुरू हो गई।
जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों के साथ-साथ लद्दाख से भी हिमपात की खबरें हैं, जहां भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है।
नदियों में जलस्तर के खतरे के निशान को पार करने के साथ जम्मू-कश्मीर के कठुआ और सांबा जिलों के साथ ही निचले जलग्रहण क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
पर्वतीय राज्यों में अचानक आई बाढ़ से कई लोग फंस गए। हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति के चंद्रताल में लगभग 200 लोग फंस गए और ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग का एक हिस्सा बह गया। अचानक बाढ़ से भूस्खलन और भू-धंसाव के कारण उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों के गांवों तक सड़क मार्ग से पहुंचना मुश्किल हो गया है।
हिमाचल प्रदेश में, मनाली में दुकानें बहने और कुल्लू, किन्नौर तथा चंबा में नालों में उफान से वाहनों के बह जाने की भी सूचना मिली हैं।
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में भारी मॉनसूनी बारिश के कारण निचले इलाकों में बड़े पैमाने पर जलभराव हो गया और बाढ़ आ गई, जिससे सबसे अधिक प्रभावित स्थानों पर अधिकारियों को कार्रवाई में जुटना पड़ा।
पंजाब सरकार ने मंत्रियों, उपायुक्तों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और अन्य संबंधित अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।
हरियाणा में तीन नदियां मारकंडा, घग्गर और टांगरी के खतरे के निशान के करीब बहने के बीच बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
भारी बारिश के कारण राज्य के गुरुग्राम के कई हिस्सों में गंभीर जलजमाव और यातायात जाम हो गया। प्रशासन ने कॉरपोरेट घरानों को सोमवार को घर से काम करने और स्कूलों को छुट्टी की घोषणा करने की सलाह दी।
दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि राष्ट्रीय राजधानी में लगातार बारिश के मद्देनजर सभी स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे।
राष्ट्रीय राजधानी में जलभराव के कारण यातायात संबंधी दिक्कतें पैदा हुईं और लोगों को जलमग्न सड़कों से गुजरना पड़ा। बारिश के चलते सड़कों पर वाहन फंस गए और भूमिगत मार्गों में पानी भर गया।
उत्तरप्रदेश में भी भारी बारिश होने की खबर है, जहां रविवार को कौशांबी में बारिश के कारण घर के टिन शेड पर पेड़ की शाखा गिरने से 10 वर्षीय एक लड़की की मौत हो गई। वहीं, मुजफ्फरनगर में भारी बारिश के कारण घर की छत गिरने से एक महिला और उसकी छह साल की बेटी की मौत हो गई। राजस्थान में कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई जबकि कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश हुई।
8 दिन की बारिश ने कमी पूरी की :आईएमडी ने कहा कि जुलाई के पहले 8 दिनों में भारत के कई हिस्सों में हुई भरपूर बारिश ने पूरे देश में बारिश की कमी को पूरा कर दिया है। मॉनसून के मौसम में कुल वर्षा 243.2 मिमी तक पहुंच गई है, जो सामान्य 239.1 मिमी से दो प्रतिशत अधिक है। हालांकि, वर्षा के मामले में बड़े पैमाने पर क्षेत्रीय भिन्नताएं हैं।
आईएमडी के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्र में बारिश में 17 प्रतिशत (सामान्य 454 मिमी के मुकाबले 375.3 मिमी) की कमी दर्ज की गई है, जबकि उत्तर भारत में 59 प्रतिशत अधिक बारिश (सामान्य 125.5 फीसदी के मुकाबले 199.7 मिमी) दर्ज की गई है।
मध्य भारत, जहां बड़ी संख्या में किसान मॉनसूनी बारिश पर निर्भर हैं, वहां सामान्य 255.1 मिमी की तुलना में 264.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो चार प्रतिशत अधिक है। दक्षिण भारत में वर्षा की कमी 45 प्रतिशत से घटकर 23 प्रतिशत रह गई है।
आईएमडी ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ और मॉनसूनी हवाओं के बीच परस्पर क्रिया के कारण उत्तर पश्चिमी भारत में तेज वर्षा हो रही है, जिसमें दिल्ली भी शामिल है जहां मौसम की पहली अति भारी बारिश हुई।
गृह मंत्री ने की बात : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपालों से बात की और लगातार बारिश के मद्देनजर केंद्र शासित प्रदेशों की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
शाह ने भारी बारिश के कारण स्थगित हुई अमरनाथ यात्रा के बारे में भी जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बातचीत की। गृह मंत्री ने राजधानी में लगातार बारिश के मद्देनजर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से बात की और हालात की जानकारी ली। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma