नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में विशेषकर पश्चिमी जिलों में भारी बारिश होने से निचले इलाकों में जल जमाव हो गया तथा सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। यहां छोटी नदियां और नाले उफान पर हैं। शनिवार को धार जिले में दीवार गिरने से 70 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई जबकि 2 साल का एक बालक उफनते नाले में बह गया।दूसरी ओर बिहार में बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं और राज्य में 83.62 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हल्की बारिश हुई तथा अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस बना रहा। मौसम विभाग ने कहा कि 27 अगस्त को यहां गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हुई, हिमाचल प्रदेश में मंगलवार और बुधवार के लिए ‘यलो’ चेतावनी जारी की गई है।पंजाब और हरियाणा में बारिश नहीं हुई तथा ज्यादातर स्थानों पर तापमान सामान्य के नजदीक बना रहा।
मध्यप्रदेश के धार जिले के राजस्व अधिकारी अजय सिंह गौड़ ने बताया कि धापू बाई डामोर नामक महिला की लीलाखेड़ी इलाके में उसके घर की दीवार गिरने से मौत हो गई जबकि दो साल का एक लड़का एक नाले में बह गया। बालक की तलाश की जा रही है।
भोपाल और आसपास के क्षेत्र में पिछले 24 घंटे के दौरान लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ आ गई और शहर के कई निचले इलाकों में जल जमाव की स्थिति बन गई है। आपदा मोचन दलों ने भोपाल जिले में बाढ़ में फंसे लगभग 85 लोगों को और लगभग दो दर्जन मवेशियों को बचाया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भोपाल केन्द्र ने अपने ताजा बुलेटिन में अलर्ट जारी कर रविवार सुबह तक मूसलधार बारिश की चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने रेड अलर्ट जारी कर राज्य के खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ, धार और रतलाम जिलों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है।
विभाग ने इन्दौर व उज्जैन सहित नौ जिलों में आरेंट अलर्ट जारी कर तेज हवा के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसी प्रकार मौसम केन्द्र ने भोपाल, होशंगाबाद सहित नौ जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी कर अधिक वर्षा की चेतावनी दी है।
भोपाल का विश्व प्रसिद्ध बड़ा तालाब पूरा भरने के करीब पहुंच गया और इसके बाद इस पर बने बांध के दरवाज़ों को शनिवार की सुबह पानी के निकासी के लिए खोल दिया गया। वहीं बिहार में बाढ़ से स्थिति गंभीर बनी हुई है। राज्य के 16 जिलों में 83 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग के बुलेटिन में बताया गया कि विभिन्न हिस्से में 70,000 और लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बुलेटिन में कहा गया कि शुक्रवार से 11 और पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया जिससे अब तक 130 प्रखंडों में 1333 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में दरभंगा में 11 लोगों की मौत हुई है। मुजफ्फरपुर में छह, पश्चिम चंपारण में चार और सारण, सिवान तथा खगड़िया में दो-दो लोगों की मौत हुई है ।
राज्य में बाढ़ से सबसे ज्यादा दरभंगा प्रभावित हुआ है। यहां बाढ़ से 20.82 लाख लोग प्रभावित हैं जबकि मुजफ्फरपुर में 19.69 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जल संसाधन विभाग ने कहा है कि गंगा नदी तीन स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
आंध्र प्रदेश में भी लगातार बारिश होने से गोदावरी नदी का जल स्तर बढ़ गया तथा कई गांव पानी में डूबे हुए हैं।गुजरात में औसत वार्षिक वर्षा में से अब तक 90 प्रतिशत से अधिक बारिश हो चुकी है और इनमें से आधी से अधिक बारिश अकेले अगस्त में हुई है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में बांधों में जल भंडार सकल भंडारण क्षमता के लगभग 62 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
कच्छ में अब तक औसत वार्षिक बारिश में से 159.12 प्रतिशत बारिश हुई है। इसके बाद सौराष्ट्र में 121.60 प्रतिशत, दक्षिण गुजरात में 83.40 प्रतिशत, पूर्वी मध्य गुजरात में 69.58 प्रतिशत और उत्तरी गुजरात में 67.87 प्रतिशत बारिश हुई।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अहमदाबाद केन्द्र ने बताया कि सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में शुक्रवार को मानसून ज्यादा सक्रिय बना रहा और दक्षिण गुजरात के वलसाड में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 23 से 24 अगस्त तक गरज के साथ बारिश का अनुमान जताया है। राजस्थान में भी मानसूनी बारिश का दौर जारी है और बीते 24 घंटे में राज्य के अनेक हिस्सों में बारिश हुई है।
विभाग ने आगामी 24 घंटे में चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर व डूंगरपुर जिले में कई जगह बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। हिमाचल प्रदेश में स्थानीय मौसम विभाग ने 28 अगस्त तक बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है तथा 25 एवं 26 अगस्त के लिए चेतावनी जारी की है।(भाषा)