Weather Updates : हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर भारी बारिश होने के बाद 85 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं। पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पूर्वी गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
खबरों के अनुसार, मानसून की रेखा समुद्र तल पर फिरोजपुर, रोहतक, लखनऊ, बलिया, पूर्णिया और फिर पूर्व की ओर मणिपुर से होकर गुजर रही है। दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान से दक्षिण राजस्थान, मध्य प्रदेश और झारखंड होते हुए बांग्लादेश तक समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर एक द्रोणिका फैली हुई है।
बांग्लादेश के ऊपर समुद्र तल से 1.5 से 7.6 किलोमीटर के बीच में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और आसपास के इलाकों के ऊपर समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। मणिपुर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। गुजरात के ऊपर समुद्र तल से 4.5 से 5.8 किलोमीटर के बीच में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिण गुजरात तट से केरल तट तक एक द्रोणिका बनी हुई है।
इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी : अगले 24 घंटों के दौरान असम और अरुणाचल प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश संभव है। पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पूर्वी गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
गंगीय पश्चिम बंगाल, विदर्भ, ओडिशा, आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट, केरल, सौराष्ट्र और कच्छ, जम्मू और कश्मीर और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। लद्दाख, रायलसीमा, मराठवाड़ा, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु में हल्की बारिश संभव है।
पिछले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र और तमिलनाडु के उत्तरी तट पर मध्यम से भारी बारिश हुई। ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, केरल, पूर्वी गुजरात, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश हुई। लक्षद्वीप, आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा, आंतरिक तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हल्की बारिश हुई।
दिल्ली में भारी बारिश का अनुमान : दिल्ली में बृहस्पतिवार को रुक-रुक कर बारिश और बादल छाए रहने के कारण अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से छह डिग्री कम है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले चार से पांच दिन तक दिल्ली में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
आईएमडी के मुताबिक, बृहस्पतिवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग और लोधी रोड केंद्र में 0.6-0.6 मिमी और पालम केंद्र में 2.1 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली का अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में बृहस्पतिवार को रुक-रुक कर हुई बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया और शहर में कई जगह यातायात प्रभावित हुआ।
असम में बाढ़ का कहर : असम में बाढ़ से 29 जिलों के 21 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। 57,018 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न है। पिछले 24 घंटों में 6 लोगों की मौत के साथ ही इस वर्ष बाढ़, भूस्खलन और तूफान से मरने वालों की संख्या 62 हो गई।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, जान गंवाने वाले छह लोगों में से चार लोग गोलाघाट के रहने वाले थे जबकि डिब्रूगढ़ और चराईदेव में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे अधिक प्रभावित जिलों में धुबरी शामिल है, जहां 6,48,806 लोग प्रभावित हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी : हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर भारी बारिश होने के बाद 85 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं। मौसम विभाग के शिमला कार्यालय ने बृहस्पतिवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया और शुक्रवार तक अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने, कुछ स्थानों पर बिजली गरजने और मंडी, सिरमौर व शिमला जिलों के कुछ इलाकों में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी दी।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, बारिश के कारण मंडी में 59, शिमला में 21 और कांगड़ा में एक सड़क समेत 85 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं। मौसम विभाग ने कहा कि मानसूनी गतिविधियां तेज होने की संभावना है तथा अगले दो-तीन दिन में ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, चंबा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने 6 और 7 जुलाई को भारी बारिश होने का अनुमान जताते हुए 'येलो' अलर्ट भी जारी किया है।
श्रीनगर में 25 वर्ष में जुलाई का सबसे गर्म दिन रहा : कश्मीर में बृहस्पतिवार को गर्मी का प्रकोप जारी रहा और श्रीनगर में अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बृहस्पतिवार को दर्ज तापमान पिछले 25 वर्ष में जुलाई के महीने में सबसे अधिक रहा है। जुलाई 1999 में शहर में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
दिल्ली (31.7 डिग्री सेल्सियस), कोलकाता (31 डिग्री सेल्सियस), मुंबई (32 डिग्री सेल्सियस) और बेंगलुरु (28 डिग्री सेल्सियस) की तुलना में श्रीनगर में तापमान अधिक दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बताया कि घाटी के अन्य इलाकों में भी गर्मी का दौरा जारी है। काजीगुंड में अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री और कुपवाड़ा में 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
घाटी के सभी विद्यालयों में 10 दिन की गर्मी की छुट्टी : पिछले कुछ सप्ताह से घाटी के तापमान में वृद्धि हो रही है, जिससे कई इलाकों में पानी की कमी हो गई है। स्कूल शिक्षा विभाग ने पहले ही घाटी के सभी विद्यालयों में आठ जुलाई से 10 दिन की गर्मी की छुट्टी की घोषणा कर दी है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान जताया है, जिससे लोगों को कुछ राहत मिलने की संभावना है। (एजेंसियां)
Edited By : Chetan Gour