कोलकाता। कोलकाता इन दिनों महिला ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या को लेकर जल रहा है। आज मंगलवार को हजारों की संख्या में स्थानीय छात्रों ने कांड को लेकर हल्ला बोल दिया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग पर उतर गए हैं। इसके लिए 6,000 की भारी संख्या में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले, वॉटर कैनन का भी इस्तेमाल किया व हावड़ा ब्रिज की पूरी तरह से घेराबंदी कर दी है।
विरोध प्रदर्शन से जुड़े अभियान को 'नबन्ना' नाम दिया गया है। जानिए आखिर क्या है 'नबन्ना'। बंगाल का सचिवालय 2011 से पहले रायटर्स बिल्डिंग हुआ करता था। सीएम ममता बनर्जी ने साल 2011 में हावाड़ा में हुबली नदी के किनारे एक बिल्डिंग को सचिवालय का रूप दिया। इसे 'नबन्ना' नाम दिया गया। यहां नब का मतलब 'नया' है।
इससे पहले भी हुआ था प्रदर्शन : इससे पहले प्रदर्शन साल 2021 में भी हुआ था, जब स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI), डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI), वाम मोर्चा समेत दूसरे छात्र संगठनों ने मिलकर किया था। उस समय भी ममता बनर्जी सरकार के नाकामियों के खिलाफ किया गया था।
हार्वेस्ट फेस्टिवल : 'नबन्ना' 2 शब्दों से मिलकर बना है। नोबो और ओन्नो मतलब नया चावल। ये एक तरह का हार्वेस्ट फेस्टिवल होता है। ये उत्सव तब मनाया जाता है, जब किसान नए चावल उगाते हैं। ये पंजाब में मनाए जाने वाले बैसाखी की तरह होता है, जो काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में भी धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है।(इनपुट एजेंसियां)