What is National Examination Agency: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET-UG 2024) के पेपर लीक होने की खबरों के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) इन दिनों सुर्खियों में है। परीक्षा में धांधली के आरोपों के साथ नीट परीक्षार्थी और उनके परिजन सड़क पर हैं। एनटीए के गठन का मुख्य उद्देश्य उच्च शिक्षा और विभिन्न सरकारी संस्थानों में प्रवेश और भर्ती के के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कुशल, पारदर्शी और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप परीक्षाएं आयोजित करना है। यह संस्था अपने उद्देश्य में कितनी सफल रही है, इसका खुलासा हाल की घटनाओं से हो गया है। एनटीए यूजीसी-नेट की परीक्षा तो रद्द कर ही चुका है।
2017 में स्थापना : एनटीए की स्थापना भारतीय संस्था पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत नवंबर 2017 में की गई थी। एनटीए एक स्वायत्त संस्था है। यह JEE, NEET, उच्च शिक्षण संस्थानों में एडमिशन और स्कॉलरशिप के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करती है। वर्तमान में इसके चेयरमैन प्रो. प्रदीप जोशी हैं और डायरेक्टर सुबोध कुमार सिंह हैं। केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद मानव संसाधन मंत्रालय (अब शिक्षा मंत्रालय) ने NTA का गठन किया था।
जब एनटीए बना और शिक्षा नीति की घोषणा की गई तो ये दावा किया गया था कि नीट इसलिए शुरू किया जा रहा है ताकि पूरे देश में एमबीबीएस के एडमिशन में सबको बराबर का मौका मिले। इससे पहले राज्य स्तर पर ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए पीएमटी का आयोजन किया जाता था। इंजीनियरिंग के लिए पीईटी का आयोजन किया जाता था। इसकी स्थापना के बाद 7 जुलाई 2018 को तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा था कि एनटीए JEE Main और NEET-UG परीक्षाओं का आयोजन साल में 2 बार करेगा। इसके साथ ही एनटीए नेट (NET), सीमेट (CMAT), जीपेट (GPAT) परीक्षाओं का आयोजन भी करेगा।
गवर्निंग बॉडी : एनटीए को एक गवर्निंग बॉडी संचालित करती है। वर्तमान में इसके चेयरमैन प्रो. प्रदीप कुमार जोशी हैं, जो पूर्व में यूपीएससी के चेयरमैन भी रह चुके हैं। आईएएस सुबोध कुमार सिंह इसके डायरेक्टर जनरल के साथ ही सचिव भी हैं। इनके अलावा सदस्यों में आईआईटी के 3 डायरेक्टर, 2 डायरेक्टर एनआईटी, 2 डायरेक्टर आईआईएम, डायरेक्टर आआईएसईआर पुणे, कुलपति जेएनयू, कुलपति इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपन यूनिवर्सिटी, चेयमैन नेक, डॉ. हरीश शेट्टी (डॉ. एलएच हीरानंदानी हॉस्पीटल, पवई, मुंबई) शामिल हैं।