narendra modi swearing in ceremony: केन्द्र में एनडीए सरकार के गठन की कवायद शुरू हो चुकी है, लेकिन गठबंधन सहयोगियों से लेकर हर किसी की नजर इस बात पर है कि किस दल को कितने मंत्री मिलेंगे। इस बीच, खबर है कि 4 सांसदों पर एक मंत्री पद दिया जाएगा। सहयोगी दलों की मंशा है कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा मंत्री पद मिलें। चूंकि भाजपा को पूर्ण बहुमत हासिल नहीं है, इसलिए मोदी और उनकी टीम को मंत्रिमंडल बनाने में काफी दबाव का झेलना पड़ सकता है।
सबसे ज्यादा मंत्री बिहार से : एक बात तय है कि इस बार मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा मंत्री बिहार से हो सकते हैं। नीतीश के 3, चिराग के 2 और हम का 1 मंत्री होने के साथ ही भाजपा सांसदों को भी मंत्री बनाया जाएगा। इनकी संख्या कम से 2 हो सकती है। इन सबको मिलाकर बिहार के मंत्रियों की संख्या 8 हो सकती है। हालांकि काफी कुछ इस बात पर भी निर्भर होगा कि पहली बार में मोदी अपनी टीम कितनी बड़ी रखते हैं। हालांकि इस बार सभी सहयोगी दलों को साथ लेकर चलना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।